यूपी में हार के लिए एनडीए के दिग्गज नेता ने योगी सरकार पर उठाए सवाल, बोले- कोई गंभीरता नहीं

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अनुप्रिया पटेल का यूपी सरकार पर तंज: लोकसभा चुनाव 2024 में यूपी में बीजेपी और एनडीए को बड़ा झटका लगा, जिसके बाद से एनडीए के तमाम नेता बीजेपी के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर करते नजर आए. अब एनडीए की एक और दिग्गज नेता अनुप्रिया पटेल ने यूपी में हार के मुद्दे पर बीजेपी की योगी सरकार पर सवाल उठाए हैं. एनडीए की सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) की राष्ट्रीय अध्यक्ष और मोदी सरकार में मंत्री अनुप्रिया पटेल ने एक इंटरव्यू के दौरान योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा. 

शिक्षक भर्ती विवाद पर हमला

न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में अनुप्रिया पटेल ने योगी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि 69 हजार शिक्षकों की भर्ती में आरक्षण के मुद्दे पर योगी सरकार ने जल्दी कार्रवाई नहीं की, जिससे उत्तर प्रदेश में बीजेपी को बड़ा नुकसान हुआ. लोकसभा चुनाव. 2022 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने केंद्रीय नेतृत्व के खिलाफ 69 हजार शिक्षकों की भर्ती का मुद्दा उठाया था और फिर केंद्रीय नेतृत्व के हस्तक्षेप के बाद एससी, एसटी और ओबीसी वर्ग के लिए 6800 सीटें बढ़ा दी गईं, लेकिन फिर यह मामला तूल पकड़ गया. कोर्ट में फंसा हुआ हूं.

 

 

योगी सरकार गंभीर नहीं दिखी

अनुप्रिया पटेल ने कहा कि 2022 के विधानसभा चुनाव के बाद योगी आदित्यनाथ सरकार ने इस समस्या के समाधान के लिए गंभीरता से काम नहीं किया जबकि सरकार की जिम्मेदारी थी कि इस समस्या का तुरंत समाधान किया जाए. इस मुद्दे पर पिछले 2 साल से लगातार आंदोलन चल रहा है. विपक्ष ने इसका फायदा उठाया और लोकसभा चुनाव में बड़ी सफलता हासिल की.

संविधान के मुद्दे पर चले नैरेटिव से हुआ नुकसान

अनुप्रिया पटेल ने हाल ही में कहा था कि उन्हें उत्तर प्रदेश में बीजेपी के खराब प्रदर्शन का एहसास हो गया था और उन्होंने बीजेपी नेतृत्व को इसका पूर्वानुमान भी दिया था, लेकिन पार्टी ने मेरी चेतावनी पर ध्यान नहीं दिया. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान विपक्षी दलों ने संविधान को लेकर फर्जी कहानी चलायी कि अगर एनडीए गठबंधन को 400 से ज्यादा सीटें मिलीं तो उनके नेतृत्व वाली सरकार संविधान बदल देगी और आरक्षण भी बंद कर देगी. विपक्ष के इस दांव का लोकसभा चुनाव में बड़ा असर पड़ा.