सिरेमिक कंपनी वेसुवियस इंडिया लिमिटेड (Vesuvius India Ltd) के शेयरों में गुरुवार को जबरदस्त तेजी देखने को मिली। स्टॉक 8% तक उछलकर ₹3,892.60 के इंट्रा-डे हाई पर पहुंच गया। इस उछाल के पीछे कंपनी के बोर्ड द्वारा स्टॉक स्प्लिट (शेयर विभाजन) पर विचार करने की घोषणा को मुख्य कारण माना जा रहा है।
हालांकि, यह स्टॉक पिछले साल सितंबर में अपने ₹5,999 के लाइफटाइम हाई से करीब 40% तक गिर चुका है। बीते छह महीनों में इसमें 30% की गिरावट आई है और इस साल अब तक स्टॉक 20% तक कमजोर हो चुका है।
पीएम किसान योजना: 24 फरवरी को जारी होगी 19वीं किस्त, करोड़ों किसानों को मिलेगा लाभ
क्या कहा कंपनी ने?
वेसुवियस इंडिया ने ऐलान किया कि उसका बोर्ड 26 फरवरी को स्टॉक स्प्लिट के प्रस्ताव पर विचार करेगा। इसके साथ ही, निदेशक मंडल डिविडेंड जारी करने के प्रस्ताव पर भी चर्चा करेगा।
- कंपनी का पहली बार स्टॉक स्प्लिट करने का निर्णय निवेशकों के लिए बड़ा अवसर साबित हो सकता है।
- वर्तमान में वेसुवियस इंडिया के शेयरों की फेस वैल्यू ₹10 प्रति शेयर है, जिसे स्टॉक स्प्लिट के जरिए बदला जा सकता है।
- कंपनी ने पिछले 5 वर्षों में प्रति शेयर कुल ₹43 का डिविडेंड दिया है।
- अब तक कंपनी ने अपने निवेशकों को कभी भी बोनस शेयर जारी नहीं किए हैं।
स्टॉक स्प्लिट क्यों है अहम?
स्टॉक स्प्लिट यानी शेयर विभाजन का मतलब है कि कंपनी अपने मौजूदा शेयरों को छोटे भागों में विभाजित कर देती है, जिससे प्रति शेयर कीमत घट जाती है और अधिक निवेशकों को इसे खरीदने का अवसर मिलता है।
अगर वेसुवियस इंडिया का बोर्ड स्टॉक स्प्लिट को मंजूरी देता है, तो: छोटे निवेशकों के लिए स्टॉक खरीदना आसान होगा।
शेयरों की लिक्विडिटी (व्यापार करने की क्षमता) बढ़ेगी।
कंपनी का मार्केट कैप वही रहेगा, लेकिन प्रति शेयर कीमत घट जाएगी।