मिस्र के रेगिस्तानी आसमान में भारत के एएलएच ध्रुव मार्क-III का बहुमुखी प्रदर्शन

नई दिल्ली, 05 सितम्बर (हि.स.)। भारत के एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर ने पहली बार मिस्र के रेगिस्तानी आसमान में अपनी बहुमुखी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। अंतरराष्ट्रीय एयर शो के उद्घाटन पर भारतीय वायु सेना की सारंग डिस्प्ले टीम ने शानदार प्रदर्शन करके दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। भारतीय कंपनियों ने स्वदेशी हथियारों के स्टॉल लगाकर दुनियाभर की विमानन और एयरोस्पेस कंपनियों को आकर्षित किया। मिस्र में भारत के राजदूत अजीत गुप्ते ने इंडिया पवेलियन में एचएएल और बीडीएल के स्टॉल का दौरा किया।

मिस्र अंतरराष्ट्रीय एयर शो के पहले संस्करण की औपचारिक शुरुआत मंगलवार को देश के उत्तरी हवाई अड्डे अल अलामीन पर हुई, जिसमें मिस्र, चीन और अन्य देशों की वायु सेनाओं ने अपने-अपने आसमानी करतब दिखाए। अंतरराष्ट्रीय एयर शो के उद्घाटन पर भारतीय वायु सेना की सारंग डिस्प्ले टीम ने एक शानदार प्रदर्शन करके दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। सारंग टीम अपनी सटीकता और शानदार हवाई प्रदर्शनों के लिए जानी जाती है, जो भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टर विमानन कौशल को दिखाती है। इस अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम में सारंग टीम की भागीदारी वैश्विक विमानन क्षेत्र में भारत की बढ़ती प्रमुखता को दर्शाती है। पांच सारंग हेलीकॉप्टरों को सी-17 ग्लोबमास्टर विमान से मिस्र ले जाया गया है, जो लंबी दूरी तक तैनाती में भारतीय वायु सेना की सैन्य क्षमताओं को प्रदर्शित करता है।

एयर शो में एचएएल के एएलएच ध्रुव मार्क-III ने पहले पहली बार मिस्र के रेगिस्तानी आसमान में अपनी बहुमुखी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। यहां अंतरराष्ट्रीय बाजार को आकर्षित करने के लिए भारत की कंपनियों ने अपने स्टॉल लगाए हैं। मिस्र में भारत के राजदूत अजीत गुप्ते ने इंडिया पवेलियन में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) और भारत डायनामिक्स लिमिटेड (बीडीएल) के स्टॉल का दौरा किया। एयर शो की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार इस कार्यक्रम का उद्देश्य अफ्रीका और मध्य पूर्व में रक्षा, अंतरिक्ष और वाणिज्यिक विमानन क्षेत्रों में औद्योगीकरण, डिजिटलीकरण और वैश्वीकरण को गति देना है। इसमें एयर शो के साथ-साथ रक्षा, अंतरिक्ष और वाणिज्यिक विमानन क्षेत्रों के नए उत्पादों की प्रदर्शनी भी शामिल है, जिससे एयरोस्पेस उद्योग के भविष्य को आकार मिलने की उम्मीद है।

इस एयर शो में दुनिया की 300 से अधिक विमानन और एयरोस्पेस कंपनियों और लगभग 100 देशों ने भाग लिया है। प्रतिभागियों में कई चीनी कंपनियां शामिल हैं, जो अपने साथ बड़े यात्री विमान, सी-919 के अलावा विभिन्न प्रकार के विमानों के मॉडल लेकर आई। एयर शो की शुरुआत मिस्र की वायु सेना के सिल्वर स्टार्स के उड़ान प्रदर्शन के साथ हुई। इसके बाद चीन, संयुक्त राज्य अमेरिका, फ्रांस, इटली, चेक गणराज्य, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, तुर्की और भारत की वायु सेनाओं ने भी अपने-अपने हवाई करतब दिखाए। चीन ने घरेलू रूप से विकसित बड़े परिवहन विमान वाई-20 का एकल प्रदर्शन किया।