जयपुर, 15 दिसंबर (हि.स.)। जयपुर में रविवार को वेदांता पिंक सिटी हाफ मैराथन (वीपीसीएचएम) का नौवां संस्करण सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस मैराथन ने सामुदायिक भावना और दृढ़ संकल्प का शानदार प्रदर्शन किया। वेदांता के रन फॉर जीरो हंगर अभियान को लगभग 15 हजार धावकों का समर्थन मिला, जिससे बच्चों और पशुओं के लिए 1 लाख से ज्यादा भोजन जुटाया गया। इस पहल के तहत, हर एक किलोमीटर दौड़ने पर, वेदांता ने एक बच्चे को पोषण और एक पशु को भोजन प्रदान करने का संकल्प लिया। यह पहल वेदांता की सामाजिक शाखा, अनिल अग्रवाल फाउंडेशन (आफ) के माध्यम से चलाई गई।
इस वर्ष के संस्करण में आफ ने बच्चों के बेहतर पोषण के साथ-साथ पशुओं को भी शामिल किया, जिससे ‘वन हेल्थ’ दृष्टिकोण के तहत लोगों, पशुओं और पर्यावरण के बीच के स्वास्थ्य को मान्यता मिली। यह ‘मील्स फॉर आल’ पहल आफ की पशु कल्याण परियोजना, द एनिमल केयर ऑर्गनाइजेशन (टाको), के माध्यम से पशुओं को भी लाभान्वित करेगा, साथ ही इसके माध्यम से 15 राज्यों में चल रहे 6 हजार 600 नंद घरों के बच्चों को भी लाभ पहुँचेगा। अक्टूबर में हुए वेदांता दिल्ली हाफ मैराथन के तहत 1 करोड़ भोजन जुटाया गया था। इसी आधार पर वीपीसीएचएम 2024 ने वेदांता की भूख और कुपोषण को समाप्त करने की प्रतिबद्धता को और मजबूत किया।
यह मैराथन एनीबॉडी कैन रन (एबीसीआर) द्वारा आयोजित किया गया। एबीसीआर एक वर्चुअल रनिंग प्लेटफॉर्म है, जो लोगों को ऑनलाइन विभिन्न दौड़ों में हिस्सा लेने की सुविधा देता है। वेदांता द्वारा समर्थित इस मैराथन को जयपुर में एनआरआई चौराहा, महल रोड से अरुण मिश्रा, सीईओ, हिंदुस्तान ज़िंक लिमिटेड और एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, वेदांता लिमिटेड, और डीनो मोरिया, अभिनेता और इवेंट एम्बेसडर, वेदांता पिंक सिटी हाफ मैराथन द्वारा झंडी दिखाई गयी इसमें तीन श्रेणियाँ थीं: 21 किमी हाफ मैराथन, 10 किमी कूल रन, और 5 किमी ड्रीम रन।
वेदांता पिंक सिटी हाफ मैराथन की सफलता पर बात करते हुए वेदांता लिमिटेड की नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर और हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड की चेयरपर्सन प्रिया अग्रवाल हेब्बर ने कहा वेदांता पिंक सिटी हाफ मैराथन सामुदायिक भावना और साझा उद्देश्य का उत्सव था, जिसने रन फॉर जीरो हंगर पहल के तहत हजारों धावकों को एकजुट किया। मैराथन के दौरान उठे हर एक कदम ने हमें बच्चों को पोषण और पशुओं को भोजन देने के हमारे मिशन के और भी करीब लाने का काम किया। वेदांता में, यह प्रतिबद्धता मैराथन से परे राजस्थान में हमारी विभिन्न पहलों के माध्यम से निरंतर रूप से जारी है। हमारे नंद घर नेटवर्क का लक्ष्य बच्चों के संपूर्ण विकास को बढ़ावा देना है, जबकि रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान और रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व के साथ हमारी साझेदारी पशुओं की भलाई के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। मैराथन प्रतिभागियों के अद्भुत समर्थन से, हमने 1 लाख से अधिक भोजन जुटाया है। यह प्रेरणादायक उपलब्धि सामूहिक प्रयास की शक्ति को दर्शाती है और भविष्य में और भी अधिक प्रभाव स्थापित करने के लिए हमारा आत्मविश्वास बढ़ाती है।”
एनीबडी कैन रन (एबीसीआर) के संस्थापक, डॉ. मनोज सोनी ने मैराथन के परिवर्तनकारी प्रभाव को उजागर करते हुए कहा, “दौड़ना जीवन का प्रतीक है, जो सीमाओं को पार करने और चुनौतियों को स्वीकार करने का सबक देता है। आज हर धावक ने न सिर्फ फिनिश लाइन पार की है, बल्कि एक बहुत बड़े मिशन में योगदान भी दिया है। यह देखना दिल को छू लेने वाला है कि कैसे यह कार्यक्रम एक-एक कदम से बदलाव के लिए प्रेरित करता है।”
दौड़ के आयोजन से कुछ दिन पहले, जयपुर और बाड़मेर में मिनी मैराथन आयोजित की गईं, जिन्होंने इस उद्देश्य के लिए लोगों को एकजुट किया। भारतीय धाविका, सुफ़िया सुफ़ी ने भी रन फॉर जीरो हंगर का समर्थन किया।