रेलवे अपने यात्रियों को जल्द ही एक नया तोहफा देने की तैयारी कर रहा है। बताया जा रहा है कि दिवाली से पहले गुजरात को एक और वंदे भारत ट्रेन मिल सकती है। रेलवे सूत्रों के हवाले से एक स्थानीय दैनिक की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। अगर सब कुछ योजना के मुताबिक रहा तो यह गुजरात की 5वीं वंदे भारत ट्रेन होगी। साथ ही यह सूरत से संचालित होने वाली पहली ट्रेन होगी। कहा जा रहा है कि यह ट्रेन राजकोट और उधना के बीच हफ्ते में 6 दिन चलेगी। इस रूट पर यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए यह फैसला लिया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, कोचिंग डिपो के सीनियर सीडीओ ने उधना-राजकोट वंदे भारत ट्रेन के लिए शुरुआती तैयारियां शुरू कर दी हैं। शुरुआती जांच पूरी होने के बाद रिपोर्ट पश्चिम रेलवे मुख्यालय को भेजी जाएगी। सब कुछ ठीक रहा तो कुछ महीनों में राज्य को नई वंदे भारत ट्रेन मिल सकती है। बताया जा रहा है कि पहले रेलवे बोर्ड ने सूरत से राजकोट के बीच ट्रेन चलाने की योजना बनाई थी। लेकिन, मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब (एमएमटीएच) के निर्माण के चलते सूरत स्टेशन के प्लेटफॉर्म-4 को अस्थायी तौर पर बंद कर दिया गया है। इसके चलते प्रस्तावित वंदे भारत का रूट बदल दिया गया। अब इस ट्रेन को उधना से राजकोट के बीच चलाने की योजना है।
यात्रियों की सुविधा के लिए बड़ी पहल
उधर, पश्चिम-मध्य रेलवे के कोटा मंडल के यात्रियों की सुविधा के लिहाज से बड़ा कदम उठाया गया है। अब यात्री चलती ट्रेन में टिकट चेकिंग टीम से प्राथमिक उपचार ले सकेंगे, लेकिन इसके लिए 50 रुपए शुल्क देना होगा। यात्री सुविधा के मद्देनजर मंडल रेल प्रबंधक मनीष तिवारी के मार्गदर्शन में चलती ट्रेनों में आपातकालीन परिस्थितियों में यात्रियों के प्राथमिक उपचार के लिए सकारात्मक पहल की गई है। अभी तक यात्रियों के लिए प्राथमिक उपचार की सुविधा सिर्फ पैसेंजर ट्रेन के रेलवे गार्ड व स्टेशन अधीक्षक के पास ही उपलब्ध थी। मंडल ने 28 जून को पैसेंजर ट्रेनों के सभी टिकट चेकिंग स्टाफ (टीटीई) को प्राथमिक उपचार किट जारी कर दी। इस प्राथमिक उपचार किट में सामान्य उपचार से जुड़ी सभी 13 प्रकार की दवाइयां ड्यूटी के दौरान रेलवे में टिकट चेकिंग स्टाफ के पास उपलब्ध रहेंगी।