वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें: भारतीय रेलवे यात्रियों की यात्रा को आरामदायक बनाने के लिए लगातार बदलाव कर रहा है। इसी क्रम में रेलवे ने वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरुआत की। हाई-स्पीड वंदे भारत एक्सप्रेस को लेकर लोगों में नया क्रेज देखने को मिला। इस ट्रेन की बढ़ती मांग और लोकप्रियता के बाद रेलवे ने वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें शुरू करने की तैयारी कर ली है। जल्द ही वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें पटरियों पर दौड़ने लगेंगी। ट्रेन बनकर तैयार है और जल्द ही इसे यात्रियों के लिए शुरू कर दिया जाएगा।
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन कब शुरू होगी?
वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों का इंतजार कर रहे लोगों के लिए खुशखबरी है। माना जा रहा है कि 15 अगस्त से इन ट्रेनों का ट्रायल शुरू हो जाएगा। ट्रायल के बाद जल्द ही इसे यात्रियों के लिए शुरू कर दिया जाएगा। वंदे भारत ट्रेनों की बढ़ती मांग को देखते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि साल 2029 तक देश में वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों की संख्या करीब 250 यूनिट तक बढ़ाने की योजना है।
वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें किन रूटों पर चलेंगी
रिपोर्ट्स की मानें तो ये ट्रेनें दिल्ली-मुंबई, दिल्ली कोलकाता जैसे हाई डिमांड वाले रूट्स पर चलाई जाएंगी। रेलवे का दिल्ली-मुंबई रेल रूट काफी डिमांड वाला है, इस रूट पर ट्रेनें सालभर खचाखच भरी रहती हैं। इन रूट्स पर कन्फर्म टिकट मिलना जंग जीतने जैसा है। ऐसे में इस रूट पर वंदे भारत स्लीपर ट्रेन चलाने से यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी। माना जा रहा है कि रेलवे सबसे पहले दिल्ली-मुंबई रूट पर वंदे भारत स्लीपर ट्रेन चलाएगा। हालांकि इस बारे में रेलवे की तरफ से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। रेलवे को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में ये ट्रेनें राजधानी एक्सप्रेस की जगह लेंगी।
गति क्या होगी?
वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों की अधिकतम गति 160 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। ट्रेन में कुल 16 कोच होंगे, जिसमें 823 बर्थ अलग-अलग श्रेणियों की होंगी। वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के आने से लंबी दूरी की यात्रा आसान हो जाएगी। इसमें थर्ड एसी के 10 कोच, सेकंड एसी के चार कोच, जबकि एक कोच फर्स्ट एसी का होगा। इस ट्रेन में दो एसएलआर कोच भी होंगे। फिलहाल ट्रेन के किराए के बारे में जानकारी सामने नहीं आई है।
रेल किराये में हवाई जहाज जैसी सुविधाएं
इन ट्रेनों में फ्रंट फेशिया डिजाइन है। कोच में इंटर कम्युनिकेशन गेट और नॉइज इंसुलेशन है, जिससे बाहर की आवाज केबिन में नहीं आएगी। ट्रेन में दिव्यांग नागरिकों के लिए विशेष बर्थ और स्वचालित बाहरी यात्री दरवाजे हैं। ट्रेन के कोच आधुनिक सुविधाओं से लैस हैं। ट्रेन में एक सुरक्षा कवच है, जिसे पुश बटन स्टॉप दबाकर आपातकालीन स्थिति में ट्रेन को रोका जा सकता है। ट्रेन के शौचालय एर्गोनॉमिक रूप से डिजाइन किए गए हैं। यह हवाई जहाज में मॉड्यूलर फिटिंग वाले बायो-वैक्यूम टॉयलेट की तरह होगा। एसी फर्स्ट कार में गर्म पानी के शावर की सुविधा भी है। ये ट्रेनें 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पर भी झटके नहीं खाएँगी।