वंदे भारत: देश की सबसे लोकप्रिय ट्रेन वंदे भारत के हजारों मुरीद हैं। लोग चाहते हैं कि वंदे भारत उनके शहर से होकर गुजरे ताकि वे भी इस सेमी हाई स्पीड ट्रेन की सेवा का अनुभव कर सकें। कई रूट पर वंदे भारत ट्रेन चलाने की मांग की जा रही है। इन रूट में एर्नाकुलम-बेंगलुरु रूट भी शामिल है। केरल में तीसरी वंदे भारत एक्सप्रेस के शुरू होने में हो रही देरी से लोग नाराज हैं। हालांकि, अब ऐसा लग रहा है कि वंदे भारत को जल्द ही इस रूट पर चलाया जाएगा।
जल्द ही काम शुरू होगा
द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार, त्रिशूर रेलवे पैसेंजर्स एसोसिएशन (टीआरपीए) के महासचिव पी. कृष्णकुमार ने उम्मीद जताई कि रेलवे जल्द से जल्द एर्नाकुलम-बेंगलुरु रूट पर सेवा शुरू करेगा। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में लगातार बढ़ती मांग को देखते हुए रेलवे को स्लीपर संस्करण की शुरुआत के साथ-साथ पारंपरिक वंदे भारत भी शुरू करना चाहिए।
रेलवे सूत्रों ने एर्नाकुलम-बेंगलुरु रूट पर सेवा शुरू करने में देरी के लिए अन्य कारणों के अलावा दक्षिण पश्चिम रेलवे द्वारा बेंगलुरु में रेलवे स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म की कमी का हवाला दिया। यह भी आशंका है कि रूट पर एक नई वंदे भारत दैनिक ट्रेन के कारण कम दूरी की ट्रेनें बंद हो सकती हैं। गौरतलब है कि रेलवे ने अप्रैल 2023 की शुरुआत में ही वादा किया था कि वह 2023 के अंत या 2024 की शुरुआत में एर्नाकुलम-बेंगलुरु रूट पर वंदे भारत एक्सप्रेस चलाएगा, क्योंकि बेंगलुरु में काम करने वाले आईटी पेशेवरों और अन्य केरलवासियों की इस कॉरिडोर में भारी मांग है।
बसों पर निर्भर यात्री कर रहे हैं वंदे भारत की मांग
द हिंदू की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस कॉरिडोर में पर्याप्त ट्रेनें न होने की वजह से यात्री अंतरराज्यीय लग्जरी बसों पर निर्भर हैं, जिससे हाईवे पर ट्रैफिक जाम और दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं। लोग चाहते हैं कि एर्नाकुलम-बेंगलुरु कॉरिडोर में जल्द से जल्द वंदे भारत शुरू किया जाए ताकि लोगों को महंगी फ्लाइट और बसों के झंझट से मुक्ति मिल सके। रेलवे सूत्रों के मुताबिक रेलवे बोर्ड ने अभी तक यह पुष्टि नहीं की है कि एर्नाकुलम-बेंगलुरु रूट पर वंदे भारत एक्सप्रेस कब चलाई जाएगी। लेकिन उम्मीद है कि रेलवे जल्द ही लोगों की भारी मांग पर गौर करेगा।