वेस्टर्न रेलवे ने वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों की स्पीड और ट्रायल बढ़ाने को मंजूरी दे दी है. अब मुंबई और अहमदाबाद के बीच यात्रा करने वाले यात्रियों का काफी समय बचेगा। फिलहाल हाई स्पीड वंदे भारत ट्रेन का ट्रायल किया जाएगा. ये ट्रेनें अधिकतम 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी. फिलहाल वंदे भारत की अधिकतम स्पीड 130 किमी प्रति घंटा है. अगर यह ट्रायल सफल रहा तो यात्रियों को करीब 45 मिनट की बचत होगी.
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले रेलवे सुरक्षा आयोग ने 16 कोच वाली वंदे भारत के ट्रायल रन की अनुमति दे दी है। इस ट्रायल के दौरान सुरक्षा पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया जाएगा. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ट्रायल रन दिन में ही किया जाएगा. इसके अलावा मौसम का भी ध्यान रखा जाएगा. जब ट्रेन किसी स्टेशन या क्रॉसिंग से गुजरेगी तो वहां आरपीएफ के जवान तैनात रहेंगे. जहां उचित बैरिकेडिंग नहीं होगी वहां भी आरपीएफ के जवानों को तैनात किया जाएगा।
वंदे भारत के इस ट्रायल से पहले पायलटों को ट्रेनिंग दी जाएगी. इसके अलावा उनका मेडिकल चेकअप भी किया जाएगा. इस बात का भी ध्यान रखा जाएगा कि 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली वंदे भारत के गुजरने के समय उस रूट की कोई भी ट्रेन स्टेशन को पार न करे। एक बार जब ट्रायल पूरे हो जाएंगे और वंदे भारत इस गति से चलने लगेगी तो लोगों का काफी समय बचेगा।
आपको बता दें कि रेलवे अब स्लीपर वंदे भारत ट्रेनें भी चलाने की योजना बना रहा है. गोरखपुर से आगरा तक स्लीपर वंदे भारत ट्रेन भी चलाने की तैयारी है. इसके टाइम टेबल को लेकर जल्द ही चर्चा होने वाली है. प्रस्ताव के मुताबिक, यह स्लीपर वंदे भारत आगरा किला से सप्ताह में 6 दिन चलेगी. यह ट्रेन आगरा से गोरखपुर के बीच का सफर 10 घंटे में तय करेगी.