गायत्री परिवार की ज्योति रथ यात्रा का वाल्मीकि समाज ने किया स्वागत

2fe1bb8f3a9a0eb8020b7c72920b3bc2

जयपुर, 21 नवंबर (हि.स.)। अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार से आई ज्योति रथ कलश यात्रा ने गुरुवार को परकोटा क्षेत्र को गायत्री मय कर दिया। छोटीकाशी के प्राचीन मठ-मंदिर-देवालयों, चौक-चौकड़ी से होते हुए यात्रा गुजरी तो रियासतकालीन दिनों की याद ताजा हो गई। सभी मतभेद और मनभेद से परे सर्व समाज ने यात्रा का गर्मजोशी से स्वागत किया। गायत्री माता की जयघोष और प्रेरक नारों से परकोटा गायत्री मय हो उठा। पीली पोशाक में गायत्री परिवार के कार्यकर्ता और मातृ शक्ति ने रथ यात्रा के माध्यम से लोगों को एक बनने और नेक बनने का संदेश दिया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रदेश मुख्यालय भारती भवन और कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय पर भी गायत्री परिवार की ज्योति रथ यात्रा का स्वागत किया गया। वाल्मीकि समाज ने बढ़ चढक़र स्वागत किया और आरती उतारी।

गुरुवार को यात्रा की शुरुआत ब्रह्मपुरी स्थित गायत्री शक्तिपीठ से हुई। शिवाजी चौक, लंगन के बालाजी, चौगान स्टेडियम होते हुए यात्रा छोटी चौपड़ पहुंची। सभी जगह पहले खड़े लोगों ने पुष्प वर्षा कर ज्योति कलश रथ यात्रा का स्वागत किया। किशनपोल बाजार में विभिन्न सामाजिक संगठनों ने सामूहिक रूप से स्वागत किया। रायसर प्लाजा, बाबा हरिश्चंद्र मार्ग, भूरा टीबा, जगजीत महादेव मंदिर, नाहरगढ़ रोड, बारह भाइयों का चौराहा, संतोषी माता का मंदिर, नीलकंठ महादेव मंदिर, बारीयों का मंदिर, प्रेम भाया मंदिर, खजाने वालों का रास्ता, बद्रीनाथ जी का मंदिर, गोपाल जी का मंदिर, सिंह द्वार होते हुए भारती भवन पहुंचा। यहां राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों ने रथ का स्वागत किया। सिंधी पंचायत स्कूल में डेढ़ घंटे विश्राम के बाद रथ फिर आगे बढ़ा

हम बदलेंगे-युग बदलेगा, हम सुधरेंगे-युग सुधरेगा के जयघोष के साथ जन-जन को समाजनिष्ठ बनने का संदेश देते हुए रथ यात्रा

जयंती बाजार, जालूपुरा थाना, परकोटा गणेश मंदिर, चांदपोल हनुमान मंदिर पहुंची। मंदिर में दर्शन करने आए श्रद्धालुओं ने दिव्य ज्योति कलश के दर्शन किए। यहां मंदिर महंत ने रथ का स्वागत किया। शांतिकुंज हरिद्वार से प्रतिनिधियों का दुपट्टा पहनाकर अभिनंदन किया। रथ यात्रा संविधान चौक स्थित वाल्मीकि बस्ती पहुंची तो वाल्मीकि समाज ने आरती उतारी। आगे गुर्जर समाज के लोगों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। ब्रह्मपुरी के ब्रह्म राम मंदिर में दीप यज्ञ हुआ। सैकड़ों दीप जलाकर आहुतियां प्रदान की गई।

चारदीवारी में निकली ज्योति कलश यात्रा का विभिन्न समाजों और संगठनों के प्रमुखों ने भी स्वागत किया। परिजनों ने वेदमाता गायत्री और कलश की आरती उतारी और पुष्प वर्षा की। जयकारों के साथ आगे बढ़ते रथ के स्वागत के लिए लोग पलक पांवड़े बिछाए हुए रहे। कई जगह स्थानीय निवासियों ने सामूहिक रूप से स्वागत किया। बड़ी संख्या में मातृ शक्ति ने ज्योति कलश रथ यात्रा की अगवानी की।