Valentine’s Week: प्यार का महीना और ब्रेकअप का दर्द – किसे पड़ता है ज्यादा असर?

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प्यार को किसी उम्र, दिन या तारीख की जरूरत नहीं होती। यह तो बस जज्बातों के मेल का एक खूबसूरत एहसास है। हालांकि, फरवरी का महीना खासतौर पर “लव मंथ” के रूप में जाना जाता है, क्योंकि इसी महीने में वैलेंटाइन वीक मनाया जाता है। इस दौरान प्यार करने वाले अपनी भावनाओं का इजहार करते हैं, लेकिन कुछ लोगों के लिए यह महीना सिर्फ रिश्तों की खूबसूरती ही नहीं, बल्कि दिल टूटने के दर्द की भी याद दिलाता है।

अक्सर ऐसा माना जाता है कि ब्रेकअप के बाद महिलाएं अधिक इमोशनल होती हैं और उन्हें ज्यादा तकलीफ होती है। लेकिन हालिया स्टडीज ने इस सोच को पूरी तरह गलत साबित किया है। असल में, ब्रेकअप का असर पुरुषों पर ज्यादा गहरा होता है।

ब्रेकअप के बाद किसे पड़ता है ज्यादा असर?

अभी तक यही धारणा थी कि रिश्ते टूटने के बाद पुरुष जल्दी आगे बढ़ जाते हैं, लेकिन एक नई स्टडी ने इस सोच को पूरी तरह बदल दिया है।

Behavioural and Brain Sciences में प्रकाशित एक शोध के अनुसार, ब्रेकअप के बाद पुरुषों को ज्यादा इमोशनल और मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

क्या कहती है स्टडी?

  • पुरुष अक्सर अपने पार्टनर से ज्यादा इमोशनल सपोर्ट और नजदीकी की उम्मीद रखते हैं।
  • जब रिश्ता टूटता है, तो पुरुषों को अधिक गहरा असर होता है, क्योंकि उनके पास इसे साझा करने के लिए सीमित लोग होते हैं।
  • महिलाएं ब्रेकअप के बाद परिवार और दोस्तों का सहारा लेती हैं, जिससे वे जल्दी रिकवर कर पाती हैं।
  • पुरुष अपनी भावनाओं को दबाने और अकेले रहने की आदत डाल लेते हैं, जिससे वे ज्यादा तकलीफ महसूस करते हैं।

नई स्टडी के खुलासे आपको हैरान कर देंगे!

1. “मर्द को दर्द नहीं होता” – यह सोच पुरुषों को कमजोर बना रही है

समाज में पुरुषों से उम्मीद की जाती है कि वे मजबूत बने रहें और अपनी भावनाओं को छुपाएं। यह सोच उन्हें अपनी तकलीफ किसी से साझा करने से रोकती है। जब कोई रिश्ता टूटता है, तो वे अंदर ही अंदर घुटते रहते हैं, जिससे उनकी मानसिक सेहत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

2. पुरुष महिलाओं से ज्यादा रोमांटिक होते हैं

शोध में यह भी पाया गया कि महिलाएं अक्सर मानती हैं कि उनके पुरुष साथी रोमांटिक नहीं होते, लेकिन असल में पुरुष जल्दी प्यार में पड़ते हैं और अपने रिश्ते को अपनी जिंदगी का अहम हिस्सा मानते हैं।

3. महिलाएं ब्रेकअप के बाद जल्दी संभल जाती हैं

महिलाओं को समाज में अपनी भावनाएं व्यक्त करने की ज्यादा आज़ादी मिलती है। वे अपने दुख और तकलीफ को परिवार या दोस्तों के साथ साझा कर सकती हैं, जिससे वे ब्रेकअप के दर्द से जल्दी उबर जाती हैं। दूसरी ओर, पुरुष अपने दर्द को छुपाते हैं, जो उनकी मानसिक स्थिति को और खराब कर सकता है।