सर्दियों का मौसम गिरते तापमान के साथ कई शारीरिक समस्याएं लेकर आता है, जिसमें होंठों का फटना, हाथ-पैरों की त्वचा का सूखना और महिलाओं में वजाइनल ड्राइनेस, जिसे ‘विंटर वजाइना’ कहा जाता है, शामिल हैं। इस लेख में हम विंटर वजाइना के कारण, लक्षण और इससे बचने के उपायों पर चर्चा करेंगे।
विंटर वजाइना क्या है?
सर्दियों में ठंड के कारण लोग अपने घर और शरीर को गर्म रखने के लिए हीटर का इस्तेमाल करते हैं। ठंडी हवा और हीटर का अधिक उपयोग त्वचा की नमी को सोख लेता है, जिससे त्वचा शुष्क हो जाती है। यही नहीं, इसका प्रभाव महिलाओं की वजाइना पर भी पड़ता है, जिसके कारण उन्हें ड्राई वजाइना की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
विंटर वजाइना की समस्या के कारण
सर्दियों में पानी कम पीने के कारण शरीर हाइड्रेटेड नहीं रहता, जिससे वजाइनल ड्राइनेस बढ़ जाती है। वजाइना में प्राकृतिक तरल पदार्थों की कमी से नमी घट जाती है, जिससे वजाइनल इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। डॉक्टरों की सलाह है कि पर्याप्त पानी पिएं और हाइड्रेटिंग लोशन का उपयोग करें।
विंटर वजाइना के लक्षण
वजाइनल ड्राइनेस से निम्नलिखित लक्षण महसूस हो सकते हैं:
- योनि में सूखापन
- जलन
- खुजली
- सूजन
- योनि का सिकुड़ना
- पेशाब करते समय तेज दर्द
सेक्स लाइफ पर असर
वजाइनल ड्राइनेस के कारण लुब्रिकेशन में कमी आती है, जिससे महिला को सेक्स के दौरान दर्द का अनुभव हो सकता है। यह स्थिति उसकी सेक्स लाइफ पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है।
वजाइनल हेल्थ का ध्यान रखने के उपाय
- खुले कपड़े पहनें: टाइट कपड़े पहनने से बचें। सूती पैंटी और खुले कपड़े पहनें ताकि वजाइना को सांस लेने की जगह मिल सके।
- वजाइनल प्रोडक्ट्स का चयन: केमिकल युक्त उत्पादों से बचें। ड्राइनेस को दूर करने के लिए कोकोनट ऑयल का उपयोग सुरक्षित है।
- बैलेंस्ड डाइट: अपनी डाइट में ताजे फल और सब्जियों को शामिल करें, जो वजाइनल हेल्थ को बनाए रखने में मदद करेंगे।
- जंक फूड से बचें: मीठा और प्रोसेस्ड जंक फूड वजाइनल पीएच और हार्मोन संतुलन को बिगाड़ सकता है, जिससे सूखापन और जलन हो सकती है।
- पर्याप्त पानी पिएं: शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए दिन भर में पर्याप्त पानी पिएं।
इन उपायों को अपनाकर आप विंटर वजाइना की समस्या से बच सकती हैं और अपनी वजाइनल हेल्थ का ध्यान रख सकती हैं।