उत्तराखंड भूस्खलन: जोशीमठ में फिर शुरू हुआ भूस्खलन, मकानों को नुकसान

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उत्तराखंड के जोशीमठ में डेढ़ साल बाद फिर से जमीन धंसने लगी है, जिससे स्थानीय लोग दहशत में हैं. जोशीमठ के मनोहर बाग मार्ग पर भूस्खलन के कारण बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। भूस्खलन से मकानों को भी नुकसान पहुंच रहा है। जनवरी, 2023 में भी जोशीमठ में भूस्खलन के कारण मकानों में दरारें आ गयी थीं।

इसके बाद कई वैज्ञानिक संगठनों ने एक सर्वे किया. नगर क्षेत्र के 800 से अधिक घरों का सर्वे कर उन्हें रेड जोन में रखा गया है. सम्पूर्ण जोशीमठ नगर को उच्च जोखिम क्षेत्र, मध्यम/निम्न जोखिम क्षेत्र तथा ग्रीन जोन में विभाजित किया गया है। हाल ही में हुई बारिश के बाद जोशीमठ के रावी गांव क्षेत्र में कुछ जगहों पर दरारें भी देखी गईं। हालांकि स्थानीय सिस्टम का कहना है कि नगर क्षेत्र में अब तक कोई बड़ी घटना नहीं हुई है. जहां भी कुछ समस्याएं हैं, उनका समाधान किया जाएगा। गौरतलब है कि जोशीमठ में रहने वाले उन लोगों के लिए आवास की कोई व्यवस्था नहीं की गई है, जिनके घर पिछले साल जनवरी में भूस्खलन के कारण क्षतिग्रस्त हो गए थे। वे बरसात के मौसम में भी टूटे मकानों में रहने को मजबूर हैं। जोशीमठ में ऐसे मकानों की संख्या लगभग 800 है। इनमें से 215 मकानों पर लोगों का कब्जा है, जबकि वे रहने लायक नहीं हैं।