उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री और प्राविधिक शिक्षा विभाग के प्रमुख आशीष पटेल ने अपनी सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता जताई है। उन्होंने राज्य पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स (STF) पर निशाना साधते हुए कहा है कि यदि “सामाजिक न्याय की लड़ाई” में उनके साथ कोई साजिश या दुर्घटना होती है, तो इसके लिए STF पूरी तरह जिम्मेदार होगी।
मीडिया ट्रायल और भ्रष्टाचार के आरोपों पर प्रतिक्रिया
आशीष पटेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि उनके खिलाफ चलाया जा रहा मीडिया ट्रायल अस्वीकार्य है।
- ईमानदार प्रशासनिक प्रक्रिया: पटेल ने बताया कि पदोन्नति की प्रक्रिया तत्कालीन प्रमुख सचिव एम. देवराज की अध्यक्षता में हुई थी और इसे मुख्यमंत्री कार्यालय की मंजूरी मिली थी।
- CBI जांच की मांग: उन्होंने कहा, “मैंने पहले भी कहा है और फिर कह रहा हूं कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यदि उचित समझें तो मेरे द्वारा लिए गए सभी निर्णयों की CBI जांच कराई जा सकती है।”
संपत्ति की जांच की पेशकश
पटेल ने अपने और अपनी पत्नी अनुप्रिया पटेल (केंद्रीय मंत्री और अपना दल (एस) की अध्यक्ष) की संपत्ति की जांच की पेशकश की। उन्होंने कहा कि उनके सांसद और विधायक बनने के बाद अर्जित संपत्ति की जांच कराई जा सकती है।
- वंचित वर्ग को लाभ: उन्होंने इस साजिश को सामाजिक न्याय की आवाज को दबाने की कोशिश बताया।
- ओबीसी और वंचित वर्ग का मुद्दा: पटेल ने कहा कि पदोन्नति की प्रक्रिया से वंचित वर्ग और ओबीसी समुदाय को लाभ हुआ है, जो कुछ लोगों को स्वीकार्य नहीं है।
STF पर गंभीर आरोप
पटेल ने STF पर तीखा आरोप लगाते हुए कहा, “यदि सामाजिक न्याय की इस लड़ाई में मेरे साथ कोई षड्यंत्र या दुर्घटना होती है, तो इसकी पूरी जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्य बल (STF) की होगी।”
- मजबूत आधार: पीटीआई से बातचीत में उन्होंने कहा, “अगर एक कैबिनेट मंत्री यह बात कह रहा है, तो इसका आधार जरूर होगा।”
पदोन्नति प्रक्रिया पर विवाद
सिराथू से समाजवादी पार्टी की विधायक और अपना दल (कमेरावादी) पार्टी की नेता पल्लवी पटेल ने प्राविधिक शिक्षा विभाग में विभागाध्यक्ष के पदों पर हुई नियुक्ति में गड़बड़ी का आरोप लगाया है।
- नियमावली का उल्लंघन: पल्लवी ने आरोप लगाया कि नई सेवा नियमावली के बजाय पुरानी नियमावली के आधार पर नियुक्तियां की गईं।
- विधानसभा में धरना: इस मुद्दे को लेकर उन्होंने विधानसभा में धरना भी दिया था।
आशीष पटेल के सवाल
आशीष पटेल ने बिना किसी का नाम लिए सवाल उठाए:
- केवल मंत्री को दोषी क्यों ठहराया जा रहा है?
- उन्होंने पूछा, “अगर प्रक्रिया में गड़बड़ी हुई है, तो प्रमुख सचिव और अन्य जिम्मेदार लोगों का नाम क्यों नहीं लिया जा रहा?”
- मंत्री का नाम घसीटने के पीछे साजिश:
- उन्होंने इसे उनके राजनीतिक चरित्र को बदनाम करने की कोशिश बताया।
साजिश का आरोप और सामाजिक न्याय की बात
पटेल ने कहा कि पदोन्नति प्रक्रिया से ओबीसी और वंचित वर्ग को जो लाभ मिला है, वह कुछ लोगों को परेशान कर रहा है।
- जातिगत आधार पर साजिश: उन्होंने इस विवाद को वंचित वर्ग के अधिकारों को कुचलने की साजिश करार दिया।
- वर्गवार सूची: उन्होंने पदोन्नति की वर्गवार सूची साझा करते हुए कहा कि यह दिखाता है कि किन लोगों को इस प्रक्रिया से लाभ हुआ है।