प्रख्यात तबला वादक ज़ाकिर हुसैन का 73 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने इडियोपैथिक पल्मोनरी फाइब्रोसिस के कारण सैन फ्रांसिस्को के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली। सोमवार को उनके परिवार ने एक आधिकारिक बयान जारी कर इस दुखद खबर की पुष्टि की। उनके निधन की खबर से पूरी संगीत बिरादरी और उनके प्रशंसकों में शोक की लहर दौड़ गई है।
ज़ाकिर हुसैन के परिवार में कौन-कौन हैं?
ज़ाकिर हुसैन अपने पीछे अपना परिवार छोड़ गए हैं, जिसमें उनकी पत्नी एंटोनिया मिन्नेकोला, बेटियां अनीसा कुरैशी और इसाबेला कुरैशी, उनके भाई तौफीक कुरैशी और फजल कुरैशी, तथा उनकी बहन खुर्शीद औलिया शामिल हैं।
निधन से पहले की स्वास्थ्य स्थिति
रविवार को उनके मित्र और मशहूर बांसुरी वादक राकेश चौरसिया ने बताया था कि हृदय संबंधी समस्याओं के कारण ज़ाकिर हुसैन को सैन फ्रांसिस्को के अस्पताल में आईसीयू में भर्ती कराया गया था। लेकिन कुछ समय बाद उनके निधन की खबर आ गई। इस खबर के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनकी यादों को साझा किया।
ज़ाकिर हुसैन का आखिरी वीडियो हुआ वायरल
ज़ाकिर हुसैन का आखिरी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। उनका इंस्टाग्राम अकाउंट @zakirhq9 पर 29 अक्टूबर को एक वीडियो शेयर किया गया था, जिसमें वे मशहूर संतूर वादक राहुल शर्मा के साथ नजर आ रहे हैं। इस वीडियो में ज़ाकिर हुसैन प्रकृति के नजारों को अपने कैमरे में कैद करते हुए कहते हैं:
“पेड़ रंग बदल रहा है, धीरे-धीरे हवा में झूल रहा है। देखने में बहुत सुंदर है, यह मूवमेंट बहुत सुंदर और अविश्वसनीय है। मैं बाहर हूं, राहुल शर्मा भाई और मैं आज एक कॉन्सर्ट में हिस्सा लेने वाले हैं।”
इससे पहले 25 अक्टूबर को भी एक वीडियो शेयर किया गया था, जिसमें ज़ाकिर हुसैन और राहुल शर्मा ह्यूस्टन में होने वाले कॉन्सर्ट की जानकारी देते नजर आए थे। उनके निधन के बाद ये वीडियो तेजी से वायरल हो गए हैं। लोग इन वीडियो के कमेंट बॉक्स में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं।
परिवार की ओर से जारी बयान
ज़ाकिर हुसैन के निधन पर उनके परिवार ने कहा:
“एक शिक्षक, मार्गदर्शक और संगीतकार के रूप में उनका योगदान अमूल्य है। उन्होंने अनगिनत संगीतकारों पर अमिट छाप छोड़ी है। उन्हें उम्मीद थी कि वे अगली पीढ़ी को प्रेरित करेंगे। वे एक सांस्कृतिक राजदूत और महानतम संगीतकारों में से एक के रूप में अपनी अद्वितीय विरासत छोड़ गए हैं।”
संगीत जगत को भारी क्षति
उस्ताद ज़ाकिर हुसैन का निधन भारतीय और वैश्विक संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उन्होंने अपनी कला से तबला को वैश्विक मंच पर स्थापित किया और भारतीय शास्त्रीय संगीत को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। उनकी संगीत यात्रा न केवल भारत में, बल्कि दुनिया भर में प्रेरणा का स्रोत बनी।