अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को घोषणा की कि अमेरिका में सभी देशों से आयात किए जाने वाले स्टील और एल्युमीनियम पर 25% टैरिफ लगाया जाएगा। यह फैसला अमेरिकी उद्योग को बढ़ावा देने और व्यापार घाटे को कम करने की उनकी नीति का हिस्सा है। हालांकि, ट्रंप ने अभी यह स्पष्ट नहीं किया कि यह टैरिफ कब से लागू होंगे।
सभी देशों से मेटल इंपोर्ट पर टैरिफ लागू
रविवार को एयर फोर्स वन पर प्रेस से बातचीत के दौरान ट्रंप ने बताया कि नया टैरिफ सभी देशों से आने वाले मेटल इंपोर्ट पर लागू होगा। इसके अलावा, उन्होंने यह भी संकेत दिया कि इस सप्ताह के अंत तक वे उन देशों पर भी “रिसिप्रोकल टैरिफ” (पारस्परिक शुल्क) की घोषणा करेंगे, जो अमेरिका से आयात किए जाने वाले सामानों पर भारी कर लगाते हैं।
एनर्जी, ऑयल और विंड सेक्टर पर पड़ सकता है असर
अमेरिका में स्टील और एल्युमीनियम पर लगाए जाने वाले नए टैरिफ का असर कई बड़े उद्योगों पर पड़ सकता है। एनर्जी सेक्टर, विंड डेवलपर्स और ऑयल ड्रिलर्स, जो कुछ विशेष प्रकार के मेटल के लिए विदेशी आपूर्ति पर निर्भर हैं, इस नीति से प्रभावित हो सकते हैं। पहले कार्यकाल के दौरान, ट्रंप प्रशासन ने कुछ तेल कंपनियों को मेटल टैरिफ से छूट दी थी, लेकिन अब यह देखना बाकी है कि क्या इस बार भी ऐसी ही छूट मिलेगी।
मार्च तक मोहलत की उम्मीद कर रहे थे स्टील और एल्युमीनियम के खरीदार
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, कई स्टील और एल्युमीनियम खरीदारों और विक्रेताओं को उम्मीद थी कि उन्हें किसी भी टैरिफ के लिए तैयार होने के लिए मार्च तक का समय मिलेगा। हाल ही में ट्रंप ने कनाडा और मैक्सिको से आने वाले स्टील और एल्युमीनियम पर 25% नया टैरिफ लगाने की घोषणा की थी, लेकिन दोनों देशों के नेताओं से बातचीत के बाद इस फैसले को 30 दिनों के लिए होल्ड कर दिया गया। हालांकि, चीन से आयात होने वाले सामानों पर 10% टैरिफ लागू रखने का निर्णय लिया गया।
क्या कनाडा और मैक्सिको पर भी लागू होगा टैरिफ?
फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि नया टैरिफ कनाडा और मैक्सिको पर भी लागू होगा या नहीं। ये दोनों देश अमेरिका के लिए प्रमुख मेटल सप्लायर हैं। वहीं, ट्रंप ने चीन से आने वाले छोटी वैल्यू के पैकेजेस पर टैरिफ लगाने के प्रस्ताव को स्थगित कर दिया है।
अन्य वस्तुओं पर भी लगेगा टैरिफ
ट्रंप प्रशासन केवल स्टील और एल्युमीनियम तक ही सीमित नहीं रहेगा। उन्होंने यह भी संकेत दिया है कि फार्मास्यूटिकल्स, तेल और सेमीकंडक्टर्स सहित कई अन्य वस्तुओं पर भी टैरिफ लगाया जाएगा। इसके अलावा, वे यूरोपीय संघ से आयात किए जाने वाले उत्पादों पर भी इंपोर्ट ड्यूटी लगाने पर विचार कर रहे हैं।
अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर असर
ट्रंप की यह टैरिफ नीति अमेरिकी अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने, व्यापार घाटे को कम करने और टैक्स सुधार एजेंडे को पूरा करने के लिए बनाई गई है। लेकिन कई विशेषज्ञों का मानना है कि इस कदम से आर्थिक अस्थिरता पैदा हो सकती है।
अर्थशास्त्रियों के अनुसार:
- अमेरिकी कंपनियों के लिए लागत बढ़ जाएगी, क्योंकि उन्हें उच्च कीमतों पर स्टील और एल्युमीनियम खरीदना पड़ेगा।
- उपभोक्ताओं के लिए कीमतें बढ़ सकती हैं, जिससे महंगाई बढ़ेगी।
- वैश्विक व्यापार प्रवाह (ट्रेड फ्लो) प्रभावित होगा, जिससे अमेरिका के व्यापारिक संबंध खराब हो सकते हैं।
- सरकार को उम्मीद के मुताबिक राजस्व नहीं मिल पाएगा।
2018 में भी लगाया था स्टील-एल्युमीनियम पर टैरिफ
ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल में भी स्टील और एल्युमीनियम पर टैरिफ लगाया था। 2018 में राष्ट्रीय सुरक्षा के आधार पर इस्पात पर 25% और एल्युमीनियम पर 10% शुल्क लगाया गया था। उस समय भी अमेरिकी उद्योगों पर इसका गंभीर प्रभाव पड़ा था।