UPSC CSE Success Story: पहली बार में बनी IPS, अब Ritika Aima ने पाई 33वीं रैंक, जानें उनकी UPSC Strategy

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भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक UPSC सिविल सेवा परीक्षा (CSE) हर साल लाखों उम्मीदवारों का सपना होता है। लेकिन सफलता केवल उन्हीं को मिलती है जो सही रणनीति, मेहनत और आंसर राइटिंग स्किल्स को समझते हैं। हमारी ‘सक्सेस मंत्रा’ सीरीज में आज हम UPSC CSE 2023 में सफलता पाने वाली डॉ. रीतिका ऐमा की कहानी पर चर्चा कर रहे हैं। उन्होंने IPS बनने के बाद अब 33वीं रैंक हासिल कर IAS बनने की राह पकड़ी है। इंटरव्यू के दौरान उन्होंने अपनी सफलता के पीछे की रणनीति और आंसर लिखने की सही तकनीक साझा की।

पहली बार में बनी IPS, दूसरी बार में मिली 33वीं रैंक

डॉ. रीतिका ऐमा पेशे से एक डॉक्टर हैं। उन्होंने हल्द्वानी के डॉ. सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज से MBBS किया है।

  • UPSC 2022 में: उन्होंने 186वीं रैंक हासिल कर IPS सेवा के लिए चुनी गई थीं।
  • UPSC 2023 में: उन्होंने 33वीं रैंक प्राप्त की, जिससे अब वह IAS अधिकारी बनने की तैयारी कर रही हैं।
  • उन्हें गुजरात कैडर मिला था और फिलहाल वह हैदराबाद में पुलिस ट्रेनिंग कर रही हैं।

परिवार से मिली प्रेरणा, पिता भी रहे हैं सिविल सर्वेंट

  • शिक्षा: रीतिका ने अपनी स्कूली शिक्षा देहरादून के ब्राइटलैंड स्कूल से की।
  • पारिवारिक बैकग्राउंड: वह सेवानिवृत्त IFS अधिकारी डॉ. रमेश ऐमा की बेटी हैं।
  • परिवार में प्रशासनिक विरासत: उनके पिता नागालैंड कैडर के भारतीय वन सेवा (IFS) अधिकारी रहे हैं।
  • परिवार में डॉक्टर भी: उनकी मां रेखा ऐमा और छोटी बहन रिया ऐमा भी डॉक्टर हैं।
  • UPSC की प्रेरणा: बचपन से ही उनका झुकाव सिविल सर्विस की ओर था और वह समाज के लिए कुछ करने की इच्छा रखती थीं।

UPSC की आंसर राइटिंग स्किल्स से मिली सफलता

रीतिका ने बताया कि UPSC की परीक्षा केवल ज्ञान नहीं, बल्कि उसे सही तरीके से प्रस्तुत करने का खेल है। आंसर लिखते समय निम्नलिखित रणनीतियों का पालन किया जाना चाहिए:

1. आंसर का सही प्रारूप अपनाएं

  • शॉर्ट और क्लियर इंट्रोडक्शन दें।
  • मुख्य उत्तर में सवाल से जुड़ी सभी जरूरी जानकारियां दें।
  • अंत में प्रभावी निष्कर्ष (Conclusion) लिखें।
  • इससे आंसर बैलेंस्ड और सिस्टमैटिक लगता है।

2. UPSC में अच्छे नंबर लाने की तकनीक

  • आंसर को छोटा और प्रभावी बनाएं।
  • भारी-भरकम भाषा के बजाय सरल शब्दों का प्रयोग करें।
  • डायग्राम, चार्ट और फ्लोचार्ट का उपयोग करें।
  • इससे परीक्षक को आंसर जल्दी समझ में आता है और अच्छे अंक मिलने की संभावना बढ़ जाती है।

2W 1H स्ट्रेटेजी से आंसर लिखें

रीतिका ऐमा का मानना है कि UPSC परीक्षा में लॉजिकल और बैलेंस्ड अप्रोच बहुत जरूरी है।

  • परीक्षक आपकी निजी राय नहीं, बल्कि आपकी तार्किक सोच और संतुलित दृष्टिकोण को देखता है।
  • 2W 1H (What, Why, How) स्ट्रेटेजी अपनाएं:
    • सवाल क्या (What) पूछ रहा है?
    • यह क्यों (Why) महत्वपूर्ण है?
    • इस पर कैसे (How) समाधान निकाला जा सकता है?
  • यह रणनीति आंसर को संरचित और प्रभावी बनाती है।

रटे-रटाए आंसर न लिखें

  • हर सवाल की प्रकृति अलग होती है, इसलिए उत्तर भी उसी के अनुसार होना चाहिए।
  • रटे-रटाए आंसर लिखने से परीक्षक प्रभावित नहीं होता।
  • सवाल को अच्छी तरह समझकर ही जवाब दें।

UPSC की सफलता के लिए इन आदतों को अपनाएं

1. आंसर राइटिंग की नियमित प्रैक्टिस करें

रीतिका ने बताया कि उन्होंने हर दिन कम से कम एक आंसर लिखने की आदत बनाई।

  • इससे स्पीड और सटीकता में सुधार हुआ।
  • उन्होंने नियमित रूप से मॉक टेस्ट दिए, जिससे परीक्षा में टाइम मैनेजमेंट आसान हो गया।

2. मानसिक रूप से मजबूत रहें

  • UPSC की तैयारी लंबी और कठिन होती है।
  • धैर्य (Patience) और आत्मविश्वास (Confidence) बनाए रखना जरूरी है।
  • तैयारी के प्रोसेस का आनंद लें, तभी सफलता संभव है।

3. लगातार सीखते रहें

  • अपने गलतियों का विश्लेषण करें और उनमें सुधार करें।
  • समाचार पत्र पढ़ें, करेंट अफेयर्स पर ध्यान दें और समसामयिक मुद्दों को आंसर में जोड़ें।

UPSC Aspirants के लिए Ritika Aima की टिप्स

टिप्स क्या करें?
परीक्षा पैटर्न समझें UPSC के सिलेबस और पैटर्न को अच्छी तरह समझें।
शॉर्ट और प्रभावी आंसर लिखें लंबे और घुमावदार उत्तर से बचें।
डायग्राम और चार्ट का इस्तेमाल करें आंसर को अधिक आकर्षक और समझने में आसान बनाएं।
2W 1H स्ट्रेटेजी अपनाएं What, Why, How के आधार पर उत्तर तैयार करें।
रोजाना आंसर राइटिंग प्रैक्टिस करें टाइम मैनेजमेंट और स्पीड सुधारने के लिए जरूरी।
मेंटल स्ट्रेंथ बनाए रखें आत्मविश्वास और धैर्य जरूरी।
नए मुद्दों पर नजर रखें करेंट अफेयर्स को आंसर में शामिल करें।