प्रवेश वर्मा के जूता विवाद पर बवाल, ‘आप’ ने लगाया आचार संहिता उल्लंघन का आरोप

Parvesh Verma 1736917265990 1736

नई दिल्ली सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार प्रवेश वर्मा को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। नामांकन से पहले प्रवेश वर्मा का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह महिलाओं को अपने हाथ से जूते बांधते और पहनाते नजर आ रहे हैं। इस घटना को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) ने आचार संहिता उल्लंघन का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग पर निशाना साधा है।

‘आप’ का भाजपा और चुनाव आयोग पर हमला

आम आदमी पार्टी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा:

“चुनाव आयोग की नाक के नीचे नई दिल्ली विधानसभा में भाजपा प्रत्याशी प्रवेश वर्मा खुलेआम आचार संहिता की धज्जियां उड़ा रहे हैं। मतदाताओं को पैसे, जूते, कंबल और चादर बांटे जा रहे हैं। लेकिन चुनाव आयोग और जिला निर्वाचन अधिकारी यह सब देखना नहीं चाहते। भाजपा लोकतंत्र की हत्या कर रही है और चुनाव आयोग तमाशा देख रहा है।”

केजरीवाल का बयान: ‘दिल्ली के लोगों का अपमान’

प्रवेश वर्मा के इस विवाद पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी प्रतिक्रिया दी।

  • केजरीवाल ने वाल्मीकि मंदिर से बयान दिया:

    “क्या दिल्ली के लोग एक जोड़ी जूते से खरीदे जा सकते हैं? यह दिल्ली के लोगों का अपमान है। जो व्यक्ति सोचता है कि वह एक जोड़ी जूते से दिल्ली के लोगों को खरीद लेगा, उसे मैं क्या कहूं।”

  • उन्होंने इसे लोकतंत्र का मजाक करार दिया और भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि यह वोटर्स का अपमान है।

भाजपा की प्रतिक्रिया और वर्मा की सफाई

इस विवाद पर प्रवेश वर्मा की कोई प्रत्यक्ष प्रतिक्रिया अभी तक सामने नहीं आई है। हालांकि, इससे पहले महिलाओं को ₹1100 बांटने के मामले पर उन्होंने सफाई देते हुए कहा था कि उन्होंने यह काम अपने पिता की संस्था के जरिए किया है, जो हमेशा से जरूरतमंदों की मदद करती रही है।

रोजगार मेले पर रोक

‘आप’ की शिकायत के बाद चुनाव आयोग ने भाजपा द्वारा आयोजित रोजगार मेले पर रोक लगा दी है। आम आदमी पार्टी ने पहले भी प्रवेश वर्मा पर पैसे, चादर, और चश्मे बांटने के आरोप लगाए थे।

चुनाव आयोग पर सवाल

‘आप’ ने चुनाव आयोग की निष्क्रियता पर गंभीर सवाल उठाए हैं।

  • ‘आप’ का आरोप है कि भाजपा खुलेआम आचार संहिता का उल्लंघन कर रही है और चुनाव आयोग इसे नजरअंदाज कर रहा है।
  • इस घटनाक्रम ने नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में राजनीतिक तापमान को बढ़ा दिया है।