हैदराबाद में तेलुगु अभिनेता अल्लू अर्जुन के जुबली हिल्स स्थित आवास पर रविवार को उस्मानिया विश्वविद्यालय के कुछ सदस्यों ने प्रदर्शन किया और संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। इस घटना के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए विश्वविद्यालय की संयुक्त कार्रवाई समिति (JAC) के आठ सदस्यों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार व्यक्तियों को जुबली हिल्स पुलिस स्टेशन ले जाया गया, जहां उनसे पूछताछ की गई।
किस मुद्दे पर हुआ प्रदर्शन?
उस्मानिया विश्वविद्यालय JAC के नेताओं के समूह ने अभिनेता के घर में जबरन घुसने की कोशिश की। प्रदर्शनकारी 4 दिसंबर को हैदराबाद के एक सिनेमा हॉल में मची भगदड़ के दौरान हुई एक महिला की मौत को लेकर आक्रोशित थे। उन्होंने मांग की कि 35 वर्षीय महिला के परिवार को एक करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाए।
यह घटना तब हुई थी जब अल्लू अर्जुन अपनी हालिया फिल्म “पुष्पा 2: द रूल” के प्रीमियर के लिए थिएटर पहुंचे थे। भगदड़ में महिला की मौत और उसके आठ साल के बेटे के घायल होने के बाद प्रदर्शनकारियों का गुस्सा अभिनेता और उनकी टीम पर फूट पड़ा।
डीजीपी का बयान: सुरक्षा सर्वोपरि है
इस घटना पर तेलंगाना के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) जितेंद्र ने कहा कि सभी फिल्मी हस्तियों और अन्य प्रमुख व्यक्तियों को यह समझना चाहिए कि नागरिकों की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है। डीजीपी ने मीडिया से बात करते हुए स्पष्ट किया कि पुलिस का किसी के प्रति व्यक्तिगत द्वेष नहीं है, लेकिन राज्य के नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना हर किसी की जिम्मेदारी है।
डीजीपी ने करीमनगर में संवाददाताओं से कहा,
“वे फिल्मों में हीरो हो सकते हैं, लेकिन वास्तविक जीवन में उन्हें समाज की समस्याओं को समझना होगा। फिल्म का प्रचार नागरिकों की सुरक्षा से अधिक महत्वपूर्ण नहीं हो सकता।”
पुष्पा-2 की स्क्रीनिंग के दौरान भगदड़ का मामला
इस महीने की शुरुआत में हैदराबाद के एक सिनेमा हॉल में “पुष्पा 2: द रूल” की स्क्रीनिंग के दौरान भगदड़ मच गई थी। इस हादसे में एक महिला की मौत हो गई और उसका आठ साल का बेटा घायल हो गया। उस समय थिएटर में मौजूद अल्लू अर्जुन को इस मामले में जांच के लिए हिरासत में लिया गया था। हालांकि, बाद में उन्हें उच्च न्यायालय से अंतरिम जमानत मिल गई।
अल्लू अर्जुन पर आरोप और आलोचनाएं
घटना के बाद कई राजनेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने अभिनेता पर लापरवाही का आरोप लगाया।
- आरोप: अल्लू अर्जुन ने भगदड़ के बावजूद थिएटर में रुककर प्रचार जारी रखा।
- आलोचना: कुछ नेताओं का दावा है कि अभिनेता ने इस घटना को हल्के में लिया और उनकी टिप्पणियां असंवेदनशील थीं।
क्या मांग कर रहे हैं प्रदर्शनकारी?
प्रदर्शनकारियों की मुख्य मांग यह है कि हादसे में मारी गई महिला के परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए। उनका कहना है कि फिल्मी सितारों को अपनी लोकप्रियता का इस्तेमाल जिम्मेदारीपूर्वक करना चाहिए और ऐसी घटनाओं के प्रति संवेदनशील होना चाहिए।