UPPCL: गलत बिजली बिल की समस्या से मिलेगी निजात, विभाग ने शुरू की OCR तकनीक से मीटर रीडिंग

UPPCL: गलत बिजली बिल आने से उपभोक्ता परेशान हो जाते हैं और दफ्तर के चक्कर लगाते रहते हैं। बिल में गड़बड़ी के अब तक अलग-अलग कारण सामने आए हैं। लेकिन सबसे ज्यादा शिकायतें गलत रीडिंग को लेकर थीं। जिसके बाद केस्को ने बिलिंग सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए ओसीआर (ऑप्टिकल कैरेक्टर रिकॉग्निशन) तकनीक के जरिए मीटर रीडिंग शुरू कर दी है।

ओसीआर के जरिए मीटर रीडिंग डिमांड की फोटो खींचकर बिजली बिल बनाए जाएंगे। जिसमें मानवीय भूल की कोई संभावना नहीं रहेगी। अगस्त माह में केस्को ने ट्रायल के तौर पर ओसीआर तकनीक का इस्तेमाल कर 3,93,901 उपभोक्ताओं के बिल बनाए। सकारात्मक परिणाम मिलने के बाद इसे आगे भी जारी रखने का निर्णय लिया गया है।

केस्को खर्च कर रहा एक करोड़ रुपये का बजट

केस्को बिलिंग व्यवस्था को सुधारने के लिए एक करोड़ रुपये का बजट खर्च कर रहा है। बिलिंग का काम केटीएल कंपनी को सौंपा गया है। इस कंपनी ने ओसीआर तकनीक से बिल बनाना शुरू कर दिया है। अभी तक मीटर रीडर घर-घर जाकर उपभोक्ताओं के मीटर में केबल डालकर बिलिंग में गड़बड़ी की जांच कर रहे थे।

शिकायत मिलने के बाद केस्को ने जांच कराई, जिसमें पता चला कि मीटर पर सूरज की रोशनी पड़ने से रीडिंग सही नहीं आ रही है। जिससे बिलों में गड़बड़ी आ रही है। जिसके बाद केस्को ने ओसीआर का ट्रायल शुरू किया। इस नई व्यवस्था से केस्को के सात लाख 43 हजार उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी।

पिछले साल ओसीआर का ट्रायल लखनऊ में हुआ था, जिसके बाद अब केस्को अफसरों ने इसे लागू करने का फैसला किया है।

ऐसे होती है OCR बिलिंग

ओसीआर बिलिंग में मीटर रीडर अपने मोबाइल में मौजूद ओसीआर ऐप के जरिए मीटर रीडिंग और डिमांड की फोटो खींच लेता है। इसके बाद रीडिंग का मूल्यांकन कर ऐप के जरिए रीडिंग और डिमांड अपने आप जनरेट हो जाती है। रीडिंग के हिसाब से ही बिल जनरेट होता है। इसमें मानवीय भूल की कोई संभावना नहीं होती।

बिल में त्रुटियों के ये हैं मुख्य कारण

  • पिछली बिलिंग कंपनी द्वारा की गई टीडीएस तालिका बिलिंग के कारण त्रुटियाँ हुईं।
  • मीटर रीडरों ने जांच रीडिंग ठीक से नहीं की।
  • नए सॉफ्टवेयर में डाटा ट्रांसफर के कारण 25 हजार उपभोक्ताओं के बिलों में त्रुटियां आईं।
  • टीडीएस कंपनी का ठेका निरस्त होने और नए टेंडर की कार्रवाई के कारण समय पर रीडिंग नहीं हो पाई।
  • तीन हजार उपभोक्ताओं के मीटर खराब होने से बिलिंग सही ढंग से नहीं हो पाई।

उपभोक्ताओं की बिलिंग समस्या को खत्म करने के लिए ओसीआर बिलिंग शुरू की गई है। ओसीआर से रीडिंग में होने वाली त्रुटि खत्म हो जाएगी। अगस्त माह में ओसीआर बिलिंग का 80% सफल ट्रायल किया गया। सैमुअल पाल एन, प्रबंध निदेशक, केस्को