UPPCL: यूपी में 24 घंटे बिजली आपूर्ति के लिए कंट्रोल रूम स्थापित, अब 15 नवंबर तक नहीं होगी बिजली कटौती

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प्रदेश में 24 घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सभी विद्युत वितरण निगमों में कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं। ऊर्जा निगम ने अधिकारियों को कंट्रोल रूम के जरिए बिजली आपूर्ति पर नजर रखने और उपभोक्ताओं की शिकायतों का तत्काल समाधान करने के निर्देश दिए हैं। ऊर्जा निगम के मुख्यालय शक्ति भवन में भी कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है।

ऊर्जा निगम के अध्यक्ष डॉ. आशीष कुमार गोयल ने सभी डिस्कॉम के प्रबंध निदेशकों, मुख्य अभियंताओं व अन्य अधिकारियों को त्योहारों के मद्देनजर 15 नवंबर तक प्रदेश के सभी क्षेत्रों में कटौती मुक्त विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।

अधिकारियों को सतर्क कर दिया गया

उन्होंने कहा है कि सभी अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में पूरी सतर्कता बरतें तथा विद्युत आपूर्ति में आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए सभी तैयारियां करें। उपभोक्ताओं की शिकायतों के समाधान के लिए अधिकारी व कर्मचारी फोन अवश्य उठाएं।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में बिजली की उपलब्धता पूर्व अनुमानित मांग के अनुरूप सुनिश्चित की गई है। बिजली संबंधी समस्याओं के समाधान के लिए उपभोक्ता टोल फ्री नंबर 1912 पर भी संपर्क कर सकते हैं। ऊर्जा निगम के चेयरमैन ने अधिकारियों को 1912 पर प्राप्त शिकायतों के तत्काल निस्तारण की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए हैं, ताकि त्योहार के दौरान हर घर में बिजली उपलब्ध हो सके।

दिवाली के मद्देनजर बिजली कर्मचारियों और अधिकारियों की छुट्टियां रद्द

लखीमपुर: शहरी क्षेत्र में इस समय 24 घंटे बिजली मिल रही है, लेकिन बिजली आपूर्ति को बनाए रखना अधिकारियों के लिए बड़ी चुनौती है। हालांकि, लोड कम होने के कारण अधिकारियों को बिजली आपूर्ति बाधित होने की उम्मीद कम ही है। फिलहाल दिवाली के मद्देनजर बिजली विभाग के सभी कर्मचारियों और अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं।

दिवाली के मद्देनजर बिजली विभाग पूरी तरह मुस्तैद होने का दावा कर रहा है। अधिशासी अभियंता शैलेंद्र सिंह ने बताया कि वैसे तो जिला मुख्यालय को 24 घंटे बिजली मिल रही है, लेकिन यह व्यवस्था निर्बाध जारी रहे, इसके लिए 400 केवीए के आठ मोबाइल ट्रांसफार्मर अलग से मंगवाए गए हैं। अगर कहीं कोई ट्रांसफार्मर फुंकता है तो उसे तुरंत बदल दिया जाएगा।

एबी केबल, लाइन कंडक्टर, इंसुलेटर की भी व्यवस्था कर ली गई है। हर सब स्टेशन पर अलग से कंट्रोल रूम बनाया गया है। हर सब स्टेशन पर चार कर्मचारियों की टीम तैनात रहेगी, जो सूचना मिलने पर तुरंत मौके पर पहुंचेगी और बाधित आपूर्ति को बहाल करेगी। बिजली की लाइनों को टूटने से बचाने के लिए सड़कों पर लगे पेड़ों की छंटाई का काम पूरा कर लिया गया है।

अधिकारियों का कहना है कि शहरी क्षेत्र में सुधार के तहत करीब 65 फीसदी काम पूरा हो चुका है। नई केबलें बिछाए जाने के कारण उनके टूटने का खतरा न के बराबर है, लेकिन फिर भी मेंटेनेंस का काम किया गया है और जहां लाइन नहीं बदली गई है, वहां पेट्रोलिंग के निर्देश दिए गए हैं। एक्सईएन का कहना है कि रिप्लेसमेंट ट्रांसफार्मर लगा दिए गए हैं और अब एक भी ट्रांसफार्मर पेंडिंग नहीं है। एक्सईएन ने यह भी कहा कि कर्मचारियों और अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं, अगर कोई ड्यूटी से गायब मिला तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।