UPI की लिमिट बढ़ी: RBI गवर्नर ने UPI की ट्रांजैक्शन लिमिट बढ़ाकर आम लोगों को तोहफा दिया है। इसके जरिए छोटे ट्रांजैक्शन करने वाले ग्राहकों को सबसे ज्यादा फायदा मिलने वाला है। इसके अलावा UPI Lite और UPI 123 Pay को लेकर भी बड़ी खुशखबरी दी गई है। UPI को लेकर तीन बड़े बदलाव किए गए हैं और इसका फायदा आम लोगों के साथ-साथ छोटे ट्रांजैक्शन करने वालों को सबसे ज्यादा मिलेगा।
जानिए UPI पर RBI के 3 बड़े फैसले
1. यूपीआई 123 पे की सीमा बढ़ा दी गई है और इसे 5000 रुपये से बढ़ाकर 10,000 रुपये कर दिया गया है।
2. यूपीआई लाइट की वॉलेट लिमिट भी 2000 रुपये से बढ़ाकर 5000 रुपये कर दी गई है और इसके जरिए आम लोगों को बड़ा फायदा मिलेगा क्योंकि वे छोटे-मोटे लेनदेन के लिए यूपीआई लाइट का खूब इस्तेमाल करते हैं।
3. यूपीआई लाइट की प्रति लेनदेन सीमा भी 500 रुपये से बढ़ाकर 1000 रुपये कर दी गई है।
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने UPI के महत्व को लेकर कही बड़ी बात
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि यूपीआई लेनदेन के जरिए भारत के आर्थिक परिदृश्य में बड़ा बदलाव आया है। इससे देश में पैसों का लेन-देन बहुत आसान और सुलभ हो गया है।
होम लोन-कार लोन की EMI में कोई बदलाव नहीं
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपनी क्रेडिट पॉलिसी में लगातार दसवीं बार रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है और इसे 6.5 फीसदी पर बरकरार रखा है। रेपो रेट बराबर होने का मतलब है कि होम लोन, ऑटो लोन समेत अलग-अलग लोन पर आपकी EMI में बदलाव की संभावना कम है।
आरबीआई गवर्नर का सुविचारित भाषण
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि वित्तीय क्षेत्र स्वस्थ, जुझारू और स्थिर है तथा भारतीय मुद्रा रुपया काफी हद तक सीमित दायरे में बना हुआ है। मौजूदा आर्थिक चुनौतियों और वैश्विक परिदृश्य के कारण आरबीआई ने सतर्क रुख अपनाया है और वह नकदी प्रबंधन में चुस्त और लचीला बना रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय बैंकों की सेहत मजबूत है और बढ़ते उपभोक्ता ऋण और क्रेडिट कार्ड बकाये को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है।