UP Rain: देशभर में इन दिनों भारी बारिश जारी है. उत्तर से लेकर दक्षिण भारत और पूर्व से लेकर पश्चिम भारत के राज्यों में भारी बारिश ने मुसीबत खड़ी करनी शुरू कर दी है. मौसम विभाग ने कहा है कि अगले दो दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम और पूर्वी भारत में भारी से बहुत भारी बारिश होने वाली है, जबकि पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में ऐसा मौसम पांच दिनों तक जारी रहने वाला है. यूपी में अगले पांच दिनों तक भारी बारिश होगी.
मौसम विभाग के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, पश्चिमी राजस्थान में 5 जुलाई, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़ में 5 और 6 जुलाई, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, पूर्वी मध्य प्रदेश में 5 से 9 जुलाई, पंजाब, पश्चिमी मध्य प्रदेश में 5 से 7 जुलाई, विदर्भ में 8 और 9 जुलाई, छत्तीसगढ़ में 7 से 9 जुलाई को भारी बारिश होगी। इसके अलावा बिजली गिरने की भी चेतावनी जारी की गई है। इसके अलावा अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में 5 जुलाई, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार में 7 से 9 जुलाई, झारखंड में 7 जुलाई, ओडिशा में 6 और 8 जुलाई, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में 5-9 जुलाई को भारी बारिश होने वाली है।
अन्य राज्यों की बात करें तो केरल, माहे, लक्षद्वीप, तटीय कर्नाटक, कोंकण, गोवा, गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, तेलंगाना में भी अगले पांच दिनों तक गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
हिमाचल प्रदेश में मूसलाधार बारिश
इस बीच, हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में शुक्रवार को मूसलाधार बारिश हुई, जिसके कारण 77 मार्ग यातायात के लिए बंद हो गए। शिमला मौसम कार्यालय ने शनिवार को छिटपुट स्थानों पर भारी बारिश, गरज के साथ छींटे पड़ने की चेतावनी के साथ ‘येलो’ अलर्ट जारी किया। राज्य में पिछले 24 घंटों में भारी बारिश हुई है। मौसम कार्यालय के अनुसार, पालमपुर में सबसे अधिक 128 मिलीमीटर (मिमी) बारिश हुई, जबकि कटौला में 110 मिमी, बैजनाथ में 95 मिमी, जोगिंद्रनगर में 64 मिमी, मंडी में 40 मिमी, कोठी में 36 मिमी, कुफरी में 33.2 मिमी, शिलारू में 32.5 मिमी, धर्मशाला में 26 मिमी, मनाली में 22 मिमी और खदराला में 21.6 मिमी बारिश दर्ज की गई। आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, भारी बारिश के कारण मंडी में 67, चंबा में सात और कांगड़ा, लाहौल-स्पीति और शिमला जिलों में एक-एक सहित 77 सड़कें यातायात के लिए बंद हो गईं और 236 ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हो गए।