UP Panchayat Polls : अभी से जुगाड़ में लगे भावी प्रधान, यूपी के गांवों में वक़्त से पहले ही बढ़ गई है चुनावी गर्मी
News India Live, Digital Desk: UP Panchayat Polls : उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनावों की आधिकारिक घोषणा होने में अभी भले ही एक साल से ज़्यादा का वक़्त बाकी हो, लेकिन गांवों की सियासी ज़मीन पर हलचल अभी से तेज़ हो गई है। शहरों की बड़ी राजनीति से दूर, गांवों की चौपालों और चाय की दुकानों पर 'अगला प्रधान कौन होगा?' इसकी चर्चाएं गर्म होने लगी हैं। जो लोग इस बार प्रधानी का चुनाव लड़ने का मन बना रहे हैं, उन्होंने अपनी 'बिसात' अभी से बिछानी शुरू कर दी है।
'भावी प्रधान जी' की बढ़ी सक्रियता
इन दिनों गांवों में आपको कई ऐसे 'भावी प्रधान जी' घूमते हुए मिल जाएंगे, जिनकी सामाजिक सक्रियता अचानक से बढ़ गई है। किसी के घर शादी हो या कोई और फंक्शन, ये अपनी मौजूदगी दर्ज कराना नहीं भूलते। किसी के दुख में शामिल होना हो या किसी की छोटी-मोटी मदद करनी हो, ये सबसे आगे खड़े नज़र आ रहे हैं।
मकसद बिलकुल साफ है - लोगों के बीच अपनी एक अच्छी और मददगार वाली छवि बनाना ताकि जब चुनाव का वक़्त आए, तो लोग उन्हें अपने उम्मीदवार के तौर पर देखें।
थाने से लेकर ब्लॉक तक 'जुगाड़' की तैयारी
मामला सिर्फ जनता के बीच अपनी पैठ बनाने तक ही सीमित नहीं है। ये संभावित उम्मीदवार जानते हैं कि चुनाव जीतने के लिए सिर्फ जनता का वोट ही नहीं, बल्कि सिस्टम में भी पकड़ होनी ज़रूरी है। इसलिए, थाने के दारोगा जी से लेकर ब्लॉक के कर्मचारियों तक, हर जगह अपनी जान-पहचान और 'सेटिंग' करने की कोशिशें भी अंदर-ही-अंदर शुरू हो गई हैं।
गांवों में सुबह-शाम लगने वाली बैठकों का माहौल अब बदल गया है। यहां अब सिर्फ हाल-चाल नहीं पूछा जाता, बल्कि धीरे-धीरे चुनावी समीकरणों पर भी बात होने लगी है। किस जाति के कितने वोट हैं, पिछला प्रधान कैसा था, और अगला कैसा होना चाहिए - ये सब बातें अब आम हो गई हैं।
भले ही चुनाव आयोग अपनी तैयारियों में लगा हो, लेकिन यूपी के गांवों में असली चुनावी लड़ाई की ज़मीन तैयार होने लगी है। यह हलचल बता रही है कि आने वाले समय में उत्तर प्रदेश के गांवों की राजनीति और भी दिलचस्प होने वाली है।
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