गोरखपुर: 11 केवी तार टूटने से बड़ा हादसा, बाइक सवार तीन की दर्दनाक मौत
गोरखपुर के चौड़ीचौरा क्षेत्र में रविवार शाम एक दुखद हादसे ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। शाम करीब साढ़े छह बजे सोनबरसा गांव में 11 केवी का हाई-टेंशन तार अचानक टूटकर सड़क पर गिर गया। दुर्भाग्यवश, उस समय सड़क से एक बाइक गुजर रही थी, जिस पर एक युवक, एक युवती और एक बच्चा सवार थे। हाई-टेंशन करंट के संपर्क में आने से तीनों की मौके पर ही मौत हो गई।
तार टूटने का कारण और आपूर्ति न कटने पर सवाल
स्थानीय लोगों के अनुसार, चर्चा है कि यह हादसा एक बंदर के कूदने की वजह से हुआ, जिसके कारण तार टूट गया। हालांकि, सवाल यह उठ रहा है कि बंदर के कूदने के बाद तार टूटने पर बिजली आपूर्ति को तुरंत क्यों नहीं रोका गया। इस लापरवाही पर मुख्य अभियंता ने गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए घटना की विस्तृत जांच रिपोर्ट तलब की है।
बाइक में लगी आग, शव की पहचान नहीं
हाई-टेंशन तार के गिरने से बाइक में आग लग गई, जिससे बाइक सवार तीनों लोग बुरी तरह झुलस गए। हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस और बिजली विभाग को सूचित किया। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। फिलहाल मृतकों की पहचान नहीं हो पाई है।
मौके पर मची अफरा-तफरी
हादसे के बाद घटनास्थल पर भारी भीड़ जमा हो गई। स्थानीय लोग हादसे को लेकर गुस्से में थे और बिजली विभाग की लापरवाही के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
मुख्य अभियंता ने घटना को बेहद गंभीर मानते हुए बिजली विभाग के संबंधित अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए तुरंत ठोस कदम उठाए जाएं। साथ ही, यह भी सुनिश्चित किया जाए कि भविष्य में किसी भी तरह के हादसे से बचने के लिए आपातकालीन बिजली आपूर्ति काटने की प्रक्रिया में सुधार किया जाए।
स्थानीय लोगों की अपील
घटना के बाद क्षेत्र के लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि पुरानी और जर्जर तारों को बदला जाए और बिजली आपूर्ति की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। ग्रामीणों का कहना है कि इस घटना ने पूरे इलाके को गहरे सदमे में डाल दिया है, और यह प्रशासन के लिए एक चेतावनी होनी चाहिए।
निष्कर्ष
यह हादसा केवल एक दुखद दुर्घटना नहीं, बल्कि बिजली विभाग की लापरवाही का स्पष्ट उदाहरण है। मृतकों की पहचान और उनके परिजनों को मुआवजा देने के साथ-साथ ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। प्रशासन और बिजली विभाग की जिम्मेदारी है कि वह इस घटना से सबक लेते हुए भविष्य में ऐसी किसी भी त्रासदी को रोकने के लिए गंभीरता से प्रयास करें।