Unseasonal Rain : बारिश से दहला दशहरा ,जयपुर में रावण के पुतले हुए बर्बाद, कारीगरों के आंसू निकल पड़े

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News India Live, Digital Desk: Unseasonal Rain : दशहरा, बुराई पर अच्छाई की जीत का वो पावन पर्व, जिसके लिए हम सब बड़ी बेसब्री से इंतज़ार करते हैं. और दशहरे की बात हो और रावण दहन (Ravana Dahan) का ज़िक्र न हो, ऐसा तो हो ही नहीं सकता, है ना? ख़ासकर हमारे जयपुर (Jaipur) में तो रावण के पुतले बहुत बड़े और कलात्मक ढंग से बनते हैं. लेकिन, इस बार दशहरे से पहले एक थोड़ी मायूस कर देने वाली ख़बर आई है.

अभी जानकारी मिली है कि जयपुर में दशहरे से ठीक पहले हुई बारिश ने रावण के बड़े-बड़े पुतलों को बहुत नुक़सान पहुँचाया है. यह सुनकर वाक़ई बुरा लगता है, क्योंकि इन पुतलों को बनाने में कारीगरों की महीनों की मेहनत, लगन और कला छिपी होती है. सोचिए, इतने दिनों की तपस्या जब एक ही बारिश में ढह जाए, तो उन लोगों पर क्या बीती होगी!

रावण के पुतले बनाने वाले इन कारीगरों के लिए यह एक बहुत बड़ा झटका है. ये पुतले सिर्फ़ लकड़ी और कागज़ के नहीं होते, बल्कि इनकी रोजी-रोटी का ज़रिया भी होते हैं. इस बेमौसम बारिश से हुए नुक़सान का मतलब है, उनकी मेहनत और कमाई, दोनों का डूब जाना. अक्सर ऐसे छोटे कारीगर साल भर इसी एक मौके का इंतज़ार करते हैं, ताकि उनकी कमाई हो सके. बारिश ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है. अब उन्हें आनन-फ़ानन में फिर से मरम्मत का काम करना पड़ेगा या नए पुतले बनाने पड़ सकते हैं, जो कि और ज़्यादा ख़र्च और समय लेगा.

यह घटना हमें याद दिलाती है कि प्रकृति के सामने हम कितने लाचार हो सकते हैं. उम्मीद है कि प्रशासन और आम जनता मिलकर इन कारीगरों की कुछ मदद करें ताकि उनकी दिवाली फीकी न पड़े और वे अपनी कला को बनाए रख सकें. इस बार दशहरे पर हमें सिर्फ़ बुराई को जलाने का संकल्प ही नहीं, बल्कि उन कलाकारों की मदद करने का भाव भी रखना चाहिए जिन्होंने इतनी मेहनत से रावण के ये पुतले तैयार किए हैं.

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