हिसार, 16 मई (हि.स.)। यहां का गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय एवं आधार हेल्थ इंस्टीट्यूट, हिसार फॉर क्लीनकल ट्रेनिंग, आर एंड डी सर्विसेज एंड रिलेटिड सर्विसेज हिसार (आधार हेल्थ इंस्टीट्यूट) अब चिकित्सा, मनोविज्ञान एवं अन्य संबंधित क्षेत्रों में मिलकर कार्य करेंगे। इसके लिए गुरू जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय एवं आधार हेल्थ इंस्टीट्यूट के बीच गुरुवार को मैमोरंडम ऑफ अंडरस्टेडिंग (एमओयू) हुआ है।
विश्वविद्यालय की ओर से कुलपति प्रो. नरसीराम बिश्नोई एवं आधार हेल्थ इंस्टीट्यूट की ओर से संस्थान के निदेशक डा. विक्रम जैन ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। विश्वविद्यालय की ओर से गवाह के रूप में कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर तथा डीन इंटरनेशल अफेयर्ज प्रो. नमिता सिंह ने हस्ताक्षर किए। आधार हेल्थ इंस्टीट्यूट की ओर से एडमिनस्ट्रेशन हेड उमेश कुमार एवं इंटनेशल प्रमोशंज एवं बिजनेस डवलपमेंट मैनेजर उदय गोदारा ने गवाह के रूप में हस्ताक्षर किए।
कुलपति प्रो. नरसीराम बिश्नोई ने बताया कि चिकित्सा से संबंधित कोर्सों को लेकर विश्वविद्यालय अपना दायरा बढ़ा रहा है। विश्वविद्यालय में इस वर्ष से चिकित्सा क्षेत्र से संबंधित पांच नए कोर्स आरंभ किए जा रहे हैं। इनमें बीएससी नर्सिंग, बीएससी लैबोरट्री, बीएससी ऑपरेशन थियेटर टेक्नॉलाजी, जीएनएम तथा एएनएम नए कोर्स आरंभ किए जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त विश्वविद्यालय में फार्मेसी, फिजियोथैरपी, हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस तथा मनोविज्ञान विभागांे में भी चिकित्सा से संबंधित कोर्स विश्वविद्यालय द्वारा संचालित किए जा रहे हैं।
डा. विक्रम जैन ने भी इस एमओयू को दोनों संस्थानों के लिए अत्यंत लाभदायक बताया है और कहा है कि इस एमओयू से दोनों संस्थानों के लिए चिकित्सा क्षेत्र में एक नए युग की शुरूआत होगी। इस अवसर पर प्रो. वीके बिश्नोई, प्रो. सुमित्रा सिंह, डा. अर्चना कपूर तथा डा. जसप्रीत कौर भी उपस्थित रहे।
विश्वविद्यालय के इन कोर्सों के विद्यार्थियों को होगा लाभ
प्रो. नमिता सिंह ने बताया कि इस एमओयू से क्लीनीकल साइकोलॉजी, बीएससी नर्सिंग, बी. वीओसी पेशेंट केयर मैनेजमैंट, बी. वीओसी क्रिटीकल केयर मैनेजमैंट, बी. वीओसी पारा मैडिकल एंड हेल्थ एडमिनिस्ट्रेशन, इंटीग्रेटिड बीएससी ऑनर्स/ऑनर्स विद रिसर्च-एमएससी मेडिकल इमेजिंग टेक्नॉलोजी, बैचलर इन मेडिकल लैबोरट्री टेक्नीशियन, बैचलर इन ऑपरेशन थियेटर टेक्नालॉजी, जीएनएम तथा एएनएम के अतिरिक्त इंटीग्रेटिड बीएससी ऑनर्स/ऑनर्स विद रिसर्च-योगा साइंस एंड थैरेपी, एमबीए इन हेल्थ केयर, पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन आरसीआई तथा डिप्लोमा इन चाइल्ड गाइडेंस एंड काउंसलिंग आदि कोर्सों के विद्यार्थियों को सीधा लाभ पहुंचेगा।