United States : अगर 2022 में ट्रंप होते अमेरिकी राष्ट्रपति, तो नहीं छिड़ता यूक्रेन युद्ध, पुतिन का बड़ा दावा

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News India Live, Digital Desk: United States : रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हाल ही में एक सनसनीखेज दावा किया है कि यदि डोनाल्ड ट्रंप 2022 में संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति होते, तो यूक्रेन में युद्ध कभी शुरू ही नहीं होता. यह बयान ऐसे समय में आया है जब वैश्विक कूटनीति और रूस-अमेरिका संबंधों पर गहन चर्चा चल रही है.

इस बात की लंबे समय से अटकलें लगाई जा रही थीं कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप रूस-यूक्रेन संघर्ष को समाप्त करने में सक्षम हो सकते हैं. ट्रंप खुद को "डील मेकर" बताते हुए कहते रहे हैं कि उनके पास युद्ध को खत्म करने का एक "फॉर्मूला" है. उनका मानना है कि पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की दोनों शांति चाहते हैं, लेकिन उन्हें एक उचित समझौते की आवश्यकता है. कुछ रिपोर्टों के अनुसार, ट्रंप ने सुझाव दिया है कि शांति स्थापित करने के लिए कुछ भूमि का आदान-प्रदान करना पड़ सकता है

हालांकि, पुतिन के दावे और ट्रंप की शांति पहल के प्रयासों के बावजूद, रूस और अमेरिका के संबंध एक जटिल इतिहास से घिरे हैं. क्रीमिया पर रूस के कब्ज़े (2014) और 2016 के अमेरिकी चुनावों में रूसी हस्तक्षेप के आरोपों के बाद रिश्ते बिगड़ गए थे. आखिरी बार पुतिन ने 2015 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाग लेने के लिए अमेरिका का दौरा किया था. 2021 में जेनेवा में राष्ट्रपति बाइडेन और पुतिन के बीच मुलाकात हुई थी, लेकिन उसके बाद से दोनों देशों के संबंध ठंडे बने हुए हैं.

जानकारों का मानना है कि पुतिन का मकसद युद्ध को खत्म करने की बजाय, पश्चिमी देशों और यूक्रेन को थकाना हो सकता है, ताकि समय रूस के पक्ष में आए. वे मानते हैं कि रूस की अर्थव्यवस्था और सैन्य क्षमता एक लंबी जंग का सामना कर सकती है, जबकि यूक्रेन पश्चिमी मदद पर अत्यधिक निर्भर है. अलास्का में संभावित बैठकों को भी पुतिन द्वारा "समय खरीदने" के एक तरीके के रूप में देखा जा रहा था, हालांकि इस पर सुरक्षा एजेंसियों ने 'उच्च जोखिम' माना था.

वहीं, डोनाल्ड ट्रंप ने भी हाल के दिनों में पुतिन की कुछ कार्रवाइयों पर गुस्सा व्यक्त किया है. उन्होंने यूक्रेन पर रूस के हवाई हमलों के बाद पुतिन को "पागल" तक कहा था. ट्रंप ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था कि भले ही उनके पुतिन के साथ हमेशा अच्छे संबंध रहे हों, लेकिन अब पुतिन "पागल" हो गए हैं और बेवजह बेकसूर लोगों की जान ले रहे हैं यह दर्शाता है कि रूस-यूक्रेन संघर्ष को लेकर ट्रंप की अपनी चिंताएं और मत भी हैं, जो हमेशा पुतिन के दावों के अनुरूप नहीं होते.

यह स्पष्ट है कि रूस-यूक्रेन संघर्ष एक जटिल भू-राजनीतिक मुद्दा है, और भविष्य में किसी भी समाधान में विभिन्न वैश्विक शक्तियों और उनके नेताओं की भूमिका महत्वपूर्ण होगी.

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