महाराष्ट्र पॉलिटिक्स: इस साल देश के कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं. इसमें महाराष्ट्र भी शामिल है. अब विधानसभा चुनाव से पहले ही अजित पवार की पार्टी एनसीपी को झटका लगना शुरू हो गया है. महाराष्ट्र में चार दिग्गज नेताओं के एनसीपी छोड़ने से बीजेपी टेंशन में आ गई है.
अजित पवार की बढ़ी मुसीबत
एनसीपी नेता अजित पवार की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी रायगढ़ में सिर्फ एक सीट ही जीत सकी. इस हार को भूलकर पार्टी अगले विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई है. हालांकि, चार बड़े नेता पार्टी से अलग हो चुके हैं. पिंपरी चिंचवड़ के चार बड़े नेताओं ने अजित पवार की पार्टी छोड़ दी है. कयास लगाए जा रहे हैं कि ये चारों नेता अब शरद पवार की पार्टी में शामिल हो सकते हैं. पिंपरी चिंचवड़ इकाई के अध्यक्ष अजीत गव्हाणे ने अपना इस्तीफा अजीत पवार को भेज दिया है।
शरद पवार की पार्टी में शामिल हो सकते हैं कई विधायक!
इसके अलावा छात्र इकाई प्रमुख यश साने, पूर्व पार्षद राहुल भोसले और पंकज भालेकर भी पार्टी बदलने की तैयारी में हैं. यह इस्तीफा ऐसे समय में आया है जब ऐसी खबरें आ रही हैं कि अजित पवार खेमे के कई विधायक और नेता अब शरद पवार की पार्टी में शामिल हो सकते हैं। कुछ दिन पहले दिग्गज ओबीसी नेता छगन भुजबल ने शरद पवार से लंबी मुलाकात की थी. बैठक में आरक्षण समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई, लेकिन अटकलें लगाई जा रही हैं कि भुजबल अजित पवार को हटा सकते हैं। ऐसे में अजित पवार की स्थिति भी एनडीए में कमजोर हो जाएगी और वह विधानसभा चुनाव में ज्यादा सीटों की मांग नहीं कर पाएंगे.
पिछले साल अजित पवार ने बगावत कर दी थी
गौरतलब है कि अजित पवार ने पिछले साल अपने चाचा के खिलाफ बगावत कर दी थी और करीब 40 एनसीपी विधायकों के साथ गठबंधन बनाकर सरकार बनाकर डिप्टी सीएम बने थे. शरद पवार ने पिछले महीने ही कहा था कि ‘जो लोग पार्टी को कमजोर करना चाहते हैं उन्हें स्वीकार नहीं किया जाएगा. लेकिन जिन नेताओं ने संगठन को मजबूत किया है और पार्टी की छवि खराब नहीं की है, उन्हें अंदर आने दिया जाएगा।’