Kannauj: रेलवे स्टेशन की निर्माणाधीन छत का स्लैब गिरा, 20 मजदूर फंसे होने की आशंका

Kannauj Railway Station

उत्तर प्रदेश के कन्नौज रेलवे स्टेशन पर शनिवार को एक बड़ा हादसा हो गया। स्टेशन के सौंदर्यीकरण के दौरान निर्माणाधीन छत की शटरिंग अचानक गिरने से कम से कम 20 मजदूरों के मलबे में फंसे होने की आशंका है। मौके पर रेलवे सुरक्षा बल (RPF), राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) और एसडीआरएफ (SDRF) की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। अब तक बचाए गए मजदूरों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है।

घटना का समय और कारण

  • हादसा शनिवार दोपहर करीब 2:39 बजे हुआ।
  • रिपोर्ट्स के मुताबिक, सौंदर्यीकरण के कार्य के दौरान शटरिंग फेल हो जाने से निर्माणाधीन लिंटेल गिर गया।
  • जिला मजिस्ट्रेट (DM) शुभ्रांत कुमार शुक्ला ने बताया कि शटरिंग के अचानक गिरने से यह हादसा हुआ।

बचाव कार्य जारी

  • बचाव कार्य की प्राथमिकताएं:
    • मलबे में फंसे मजदूरों को जल्द से जल्द सुरक्षित बाहर निकालना।
    • घायलों को तुरंत चिकित्सा सहायता प्रदान करना।
  • जिला प्रशासन, रेलवे सुरक्षा बल, और एसडीआरएफ की संयुक्त टीमों द्वारा बचाव अभियान तेजी से चल रहा है।
  • DM शुभ्रांत कुमार शुक्ला और अन्य वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे हैं।

    “हमारी पहली प्राथमिकता मजदूरों को बचाना है। इसके लिए सभी उपलब्ध संसाधनों का उपयोग किया जा रहा है,” उन्होंने कहा।

अब तक की स्थिति

  • पांच मजदूरों को मलबे से निकाला गया है और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
  • बाकी फंसे हुए मजदूरों को निकालने के प्रयास जारी हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिया संज्ञान

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दुर्घटना पर गंभीर संज्ञान लिया है।

  • मुख्यमंत्री के निर्देश:
    • अधिकारियों को तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर राहत कार्य तेज करने के निर्देश दिए।
    • घायलों के समुचित उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित करने का आदेश दिया।
  • राज्य सरकार ने इस हादसे में घायल और प्रभावित मजदूरों को हरसंभव मदद देने का आश्वासन दिया है।

घटनास्थल पर मौजूद स्थिति

  • प्रशासन और रेलवे अधिकारी घटनास्थल पर लगातार मौजूद हैं।
  • आसपास के इलाकों से भी अतिरिक्त बचाव कर्मियों और उपकरणों को बुलाया गया है।
  • मलबे को साफ करने और मजदूरों को बाहर निकालने के लिए आधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल किया जा रहा है।