Ultra-processed food: अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड के बारे में अध्ययन में क्या कहा गया है?

भागदौड़ भरी जिंदगी में अक्सर हमारी खान-पान की आदतें बिगड़ जाती हैं। पैकेज्ड फूड और फास्ट फूड हमारे आहार का अहम हिस्सा बन गए हैं।

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अक्सर कहा जाता है कि जंक फूड सेहत के लिए हानिकारक होता है, लेकिन अब एक नई स्टडी ने इस बात को और मजबूत कर दिया है. अमेरिका में हुए इस बड़े अध्ययन में पाया गया है कि अल्ट्रा-प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ खाने से लोगों की उम्र कम हो सकती है और जल्दी मौत का खतरा बढ़ सकता है।

यह अध्ययन ब्रिटिश मेडिकल जर्नल (बीएमजे) में प्रकाशित हुआ है। इसमें शोधकर्ताओं ने 34 साल तक करीब 44 हजार वयस्कों के आहार और स्वास्थ्य डेटा का अध्ययन किया। अध्ययन के दौरान प्रतिभागियों से उनके द्वारा खाए गए भोजन के बारे में विस्तृत जानकारी ली गई. शोधकर्ताओं ने पाया कि जो लोग बड़ी मात्रा में अल्ट्रा-प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ खाते हैं, उनमें जल्दी मौत का खतरा अधिक होता है।

अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड के बारे में स्टडी में क्या कहा गया है?

अध्ययन में कहा गया है कि अल्ट्रा-प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ वे हैं जो अपनी प्राकृतिक अवस्था से काफी हद तक बदल गए हैं। इन खाद्य पदार्थों में आमतौर पर उच्च मात्रा में चीनी, नमक, वसा और कृत्रिम तत्व होते हैं। उदाहरण के लिए, पैकेज्ड स्नैक्स, डिब्बाबंद भोजन, नूडल्स, इंस्टेंट सूप, कोल्ड ड्रिंक आदि अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड की श्रेणी में आते हैं।

अध्ययन की सीमाएं

शोधकर्ताओं का कहना है कि यह एक अवलोकन अध्ययन था, इसलिए यह साबित नहीं होता है कि अल्ट्रा-प्रोसेस्ड भोजन सीधे तौर पर जल्दी मौत का कारण बनता है। हालाँकि, अध्ययन के नतीजे दृढ़ता से संकेत देते हैं कि इन खाद्य पदार्थों का सेवन कम करना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है।

अनुभवी सलाह

पोषण विशेषज्ञ डॉ. स्वाति शर्मा का कहना है कि यह अध्ययन इस बात को दोहराता है कि हमें अपने आहार में साबुत अनाज, फल, सब्जियां और ताजा भोजन शामिल करना चाहिए। स्वस्थ रहने के लिए जंक फूड का सेवन कम करें और संतुलित आहार अपनाएं।