यूक्रेन ने हाल ही में अपनी नई लंबी दूरी की क्रूज मिसाइल ‘लॉन्ग नेप्च्यून’ का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है और इसका इस्तेमाल रूस के खिलाफ युद्ध में पहले ही किया जा चुका है। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि उनकी सेना ने मिसाइल कार्यक्रम में महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। ज़ेलेंस्की ने कहा कि अब हमारे पास एक नई यूक्रेनी मिसाइल है, जो लक्ष्य को अचूक तरीके से भेदने में सक्षम है। इसकी रेंज एक हजार किलोमीटर यानि 630 मील तक है। उन्होंने इस मिसाइल को विकसित करने वाले वैज्ञानिकों, निर्माताओं और सैनिकों के प्रति आभार व्यक्त किया।
लांग नेप्च्यून मिसाइल क्या है?
लॉन्ग नेप्च्यून मिसाइल यूक्रेन की आर-360 नेप्च्यून एंटी-शिप मिसाइल का बड़ा और उन्नत संस्करण है। यह एक ट्रक से प्रक्षेपित की जाने वाली सबसोनिक मिसाइल है, जिसे मूलतः केवल समुद्री लक्ष्यों पर हमला करने के लिए डिजाइन किया गया था, लेकिन यूक्रेन ने इसे संशोधित कर भूमि पर स्थित लक्ष्यों पर हमला करने में सक्षम बना दिया है। इसे यूक्रेनी रक्षा निर्माता कंपनी ‘लुच डिजाइन ब्यूरो’ द्वारा विकसित किया गया है। पिछले वर्ष यूक्रेनी रक्षा मंत्री रुस्तम उरुमोव ने कहा था कि नेप्च्यून मिसाइलों का उत्पादन बढ़ा दिया गया है और अब उन्हें लंबी दूरी के हमलों के लिए उन्नत किया गया है। पहले यह मिसाइल लगभग 200 मील तक हमला कर सकती थी, लेकिन अब इसकी मारक क्षमता बढ़कर 1000 किलोमीटर हो गई है।
महत्वपूर्ण रूसी ठिकानों पर हमले
यूक्रेन ने पहले भी महत्वपूर्ण रूसी ठिकानों पर हमला करने के लिए नेप्च्यून मिसाइलों का इस्तेमाल किया है। 2022 में यूक्रेन ने इसी मिसाइल से रूस के काला सागर बेड़े के प्रमुख युद्धपोत ‘मोस्कवा’ को नष्ट कर दिया था। इसके अलावा, इस मिसाइल का इस्तेमाल रूस की सबसे उन्नत वायु रक्षा बैटरियों और तेल टर्मिनलों पर भी किया गया है। सूत्रों ने बताया कि पिछले सप्ताह रूसी शहर तुआप्से में एक तेल रिफाइनरी पर हमला करने के लिए लॉन्ग नेप्च्यून मिसाइल का इस्तेमाल किया गया था। यह रिफाइनरी युद्ध क्षेत्र से 300 मील दूर स्थित थी। ऐसा माना जाता है कि यह हमला रूस की ऊर्जा आपूर्ति को नुकसान पहुंचाने तथा उसकी अर्थव्यवस्था को कमजोर करने के लिए किया गया था।