मुंबई, 03 मई (हि. स.)। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रत्नागिरी में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि नकली शिवसेना चला रहे उद्धव ठाकरे में अब वीर सावरकर का नाम लेने की हिम्मत नहीं रह गई है। उद्धव ठाकरे स्वर्गीय बालासाहेब ठाकरे के असली वारिस नहीं हैं। बालासाहेब के असली वारिस तो नारायण राणे, एकनाथ शिंदे और राज ठाकरे हैं और यही लोग बालासाहेब के विचारों को आगे ले जा रहे हैं।
अमित शाह ने शुक्रवार को रत्नागिरी में भाजपा उम्मीदवार नारायण राणे के समर्थन में आयोजित चुनावी प्रचार सभा को संबोधित कर रहे थे। अमित शाह ने कहा कि यहीं से शिवाजी महाराज हिंदू राष्ट्र स्थापित किया। तिलक का जन्म भी यहीं हुआ था, तिलक ने कहा था कि स्वराज्य मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है, उन्होंने अंग्रेजों को चुनौती दी थी। सावरकर ने यहां क्रांतिकारी कार्य किये। मैं आज प्रचार करने आया हूं। इसी वजह से फर्जी सेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से सवाल पूछ रहा हूं। क्या उद्धव ठाकरे अपने भाषण में सावरकर का नाम लेने की हिम्मत कर सकते हैं? अगर उनमें हिम्मत नहीं है तो वे नकली शिव सेना चला रहे हैं।
अमित शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री पद के लिए उद्धव ठाकरे कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। कश्मीर में 370 पर अलग रुख अपनाने वालों के चरणों में उद्धव ठाकरे गिर गए हैं। प्रधानमंत्री मोदी जब दूसरी बार प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने राम मंदिर बनवाया। प्रधानमंत्री ने तीन तलाक खत्म किया। प्रधानमंत्री ने धारा 370 हटाया। प्रधानमंत्री मोदी ने पीएफआई पर प्रतिबंध लगाया। उद्धव ठाकरे इन सभी कामों की तारीफ कर सकते हैं क्या?
अमित शाह ने कहा कि इस बार का चुनाव प्रधानमंत्री मोदी के तीसरी बार पीएम बनने के लिए है। मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने से देश तीसरी आर्थिक महाशक्ति बनेगा। अमित शाह ने दावा किया कि मोदी ने देश की अर्थव्यवस्था को पांचवें स्थान पर पहुंचा दिया। अमित शाह ने कहा, नरेंद्र मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाने का मतलब देश को सशक्त बनाना है।