खूंटी, 17 अप्रैल (हि.स.)। लोकसभा चुनाव में पीएलएफआइ का फिर वर्चस्व कायम करने और रनिया थाना क्षेत्र में भय का माहौल पैदा करने की संगठन की योजना धरी की धरी रह गई जब तक पीएलएफआइ उग्रवादी किसी घटना को अंजाम देते, उसके पहले ही इस प्रतिबंधित संठन के दो उग्रवादियों को पुलिस ने दबोच लिया। गिरफ्तार उग्रवादियों में तपकारा थाना के हुसीर गांव निवासी हर्षित गुड़िया और तमाड़ थाना के माइयोडीह निवासी प्रकाश प्रमाणिक शामिले हैं। इनके पास से पुलिस ने एक देसी कट्टा, 10 जिंदा गोलियां, नक्सली संगठन पीएलएफआइ का पर्चा और नगद 27 हजार तीस रुपये, टीवीएस अपाची बाइक, तीन मोबाइल और दो पिट्ठू बैग बरामद किए हैं।
गिरफ्तार दोनों उग्रवादी हर्षित गुड़िया संगठन का एरिया कमांडर है। दाेनों उग्रवाद जोनल कमांडर टीरा बोदरा उर्फ लंबू उर्फ राडूंग बोदरा दस्ते के हैं। यह जानकारी तोरपा के अनुमंडल पदाधिकारी क्रिस्टोफर केरकेटट्टा ने बुधवार को अपने कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। उन्होंने बताया कि पुलिस अधीक्षक अमन कुमार को गुप्त सूचना मिली कि पीएलएफआइ के जोनल कमांडर लबूं दसते के उग्रवादी लोकसभा चुनाव कें दौरान संगठन का दबदबा कायम करने और लेवी के पैसे वसूलने के लिए कोई बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना तैयार कर रहे हैं।
सूचना कें सत्यापन और आवश्यक कार्रवाई के लिए एसपी द्वारा गठित छापामार टीम ने मंगलवार को रनिया थानांतर्गत जलमांदी से गजना जाने वाली पक्की सड़क पर छापामारी कर लेवी वसूलने आए पीएलएफआई के दोनों उ्रवादियों को गिरफ्तार कर लिया। एसडीपीओ ने बताया कि पूछताछ के दौरान गिरफ्तार उग्रवादियों ने पीएलएफआई के जोनल कमांडर टीरा बोदरा उर्फ लंबू के निर्देश पर लेवी वसूलने, संगठन का प्रचार-प्रसार करने, संगठन के लिए नेटवर्किंग का काम करने और संगठन के नाम पर क्षेत्र में दहशत फैलाने की बात स्वीकार कर ली है।
तोरपा एसडीपीओ के नेतृत्व मे गठित छापामर टीम में पुलिस निरीक्षक अशोक सिंह, रनिया थाना प्रभारी विकास जायसवाल, तोरपा थाना प्रभारी प्रभात रंजन पांडेय, एसआई ओम प्रकाश राय, अमित कुमार सिंह तथा सीआरपीएफ 94 बटालियन के जवान शामिल थे। बताया गया जोनल कमांडर टीरा बोदरा उर्फ लंबू तथा कई और उग्रवादी भागने में सफल हो गये। गिरफ्तार दोनों उग्रवादियों को बुधवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। बताया गया कि गिरफ्तार उग्रवादियों का आपराधिक इतिहास भी रहा है। गिरफ्तार हर्षित बोदरा के विरुद्ध मुरहू थाने में 17 सीएलए एक्ट आर्म्स एक्ट सहित अन्य संगीन धाराओं में कुल छह मामले दर्ज हैं, जबकि प्रकाश प्रमाणिक पर भारतीय वन अधिनियम के मामले में एक मामला दर्ज है।