रुद्रप्रयाग, 17 मई (हि.स.)। विश्वविख्यात ग्यारहवें ज्योतिर्लिंग भगवान केदारधाम को पहुंच रहे तीर्थ यात्रियों का जन सैलाब पहली बार केदारघाटी में देखने को मिल रहा है। पिछली बार के सभी रिकार्ड को तोड़ते हुए इस बार एक सप्ताह के भीतर अब तक दो लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने भगवान केदार के दर्शन कर दिये हैं। यह पिछले यात्रा सीजन से काफी अधिक हैं।
पिछले यात्रा सीजन के दौरान एक सप्ताह में छह हजार वाहन ही पहुंच पाये थे, लेकिन इस बार बीस हजार से अधिक वाहन अब तक पहुंच चुके हैं। तीर्थ यात्रियों के सैलाब को देखते हुए यात्रा के मुख्य पड़ावों पर यातायात जाम से निपटने के लिये जिलाधिकारी डॉ. सौरभ गहरवार ने यातायात की कमान अपने हाथ में लेते हुए गुरुवार को मुख्यालय से रात्रि नौ बजे प्रस्थान कर दो बजे सोनप्रयाग पहुंचे और फाटा, शेरसी, रामपुर, सीतापुर और सोनप्रयाग में लगे यातायात जाम को स्वयं हटवाने लगे। वह सुबह चार बजे तक यातायात व्यवस्था पर पैनी नजर बनाये रहे। रात्रि को डॉ. सौरभ गहरवार ने यातायात व्यवस्था में लगे पुलिस, होमगार्ड एवं पीआरडी के जवानों से वार्ता कर उनकी समस्याएं सुनीं और यातायात जाम से कैसे छुटकारा मिले, इस पर भी चर्चा की।
बड़ी संख्या में देश-विदेश से केदार धाम आ रहे तीर्थयात्री अपने निजी एवं सार्वजनिक वाहनों से पहुंच रहे हैं। केदार यात्रा के पड़ाव फाटा से लेकर सोनप्रयाग तक कुछ स्थानों पर हाइवे सिंगल लाइन होने के कारण यातायात जाम की समस्या पैदा हो रही है। यातायात व्यवस्था में लगी पुलिस ने रोस्टर के हिसाब से ट्रैफिक संचालन की व्यवस्था तो की लेकिन जल्दबाजी में पहुंचने के चक्कर में वाहन चालक वाहनों को आड़े-तिरछे खड़े कर यातायात व्यवस्था को बाधित कर रहे हैं, जिससे यातायात जाम की स्थिति पैदा हो रही है। जिलाधिकारी डॉ. सौरभ गहरवार एवं पुलिस अधीक्षक डॉ. बिशाखा अशोक भदाणे ने यातायात व्यवस्था में लगे अधिकारियों, कर्मचारियों को फील्ड में उतारते हुए जाम की स्थिति पर काबू पाया। देर रात जिलाधिकारी ने कुंड से सोनप्रयाग तक यात्रामार्ग का निरीक्षण करते हुए बाधित यातायात को सुचारू करवाया। इससे पूर्व पुलिस उपाधीक्षक प्रबोध घिल्डियाल खुद मौके पर गुप्तकाशी, फाटा, शेरसी, बड़ासू से लेकर सोनप्रयाग के बीच यातायात सुचारू करने में मुस्तैद रहे। धाम में पहुंच रहे श्रद्धालुओं ने यातायात जाम से निजात दिलाने के लिए प्रशासन का शुक्रिया अदा किया। जिले में 11 नई पार्किंग विकसित कर 460 वाहनों की पार्किंग और सीतापुर व सोनप्रयाग की पार्किंग को मिलाकर 15 सौ से अधिक वाहनों की पार्किंग यात्रा मार्ग पर मौजूद है। जिला प्रशासन ने अगस्त्यमुनि मैदान को भी बैकअप पार्किंग के तौर पर इस्तेमान करने का निर्णय लिया है। मुख्य पार्किंग फुल होने पर बड़े वाहनों को अगस्त्यमुनि मैदान में पार्क कर यहां से सटल सेवा के माध्यम से तीर्थ यात्रियों को उनके गंतव्य तक छोड़ा जा रहा है।
सरकार का उचित कदम
विश्व प्रसिद्ध केदार धाम में 31 मई तक वीवीआईपी एवं वीआईपी दशनार्थ पर रोक लगाये जाने को सरकार का उचित कदम बताया और केदार मंदिर के पचास मीटर की परिधि में मोबाइल पर रोक लगने से एक अच्छा निर्णय है। तीर्थ यात्रियों के सैलाब को देखते हुए और वीवीआईपी एवं वीआईपी दशनार्थ को यहां पहुंच रहे अतिथियों के कारण यात्रा व्यवस्था में दखल हो रही थी। 31 मई तक वीआईपी दर्शन पर रोक लगने से जहां प्रशासन ने राहत की सांस ली, वहीं सरकार के निर्णय की भी सराहना की। केदारधाम की छवि को धूमिल कर रहे और आये दिन सोशल मीडिया में छप रही खबरों से भी गलत संदेश पहुंच रहा था और मंदिर से पचास मीटर के अंदर मोबाइल फोन पर रोक लगने से सरकार के निर्णय का स्वागत किया।