कई बार उठते-बैठते समय हाथ-पैरों में नस चढ़ जाती है, जिससे मांसपेशियों में तेज खिंचाव और दर्द महसूस होता है। यह समस्या इतनी गंभीर हो सकती है कि बर्दाश्त करना मुश्किल हो जाता है। हाथ-पैरों में नस चढ़ने के पीछे कई कारण होते हैं, जैसे शरीर में पानी की कमी, पोटैशियम और कैल्शियम की कमी, और रक्त संचार की कमी। यदि आप भी इस समस्या से जूझ रहे हैं, तो इन दो योगासनों को अपने रूटीन में शामिल कर सकते हैं। ये योगासन मांसपेशियों को मजबूत बनाकर नस चढ़ने की समस्या को प्रभावी ढंग से नियंत्रित कर सकते हैं।
1. पवनमुक्तासन
पवनमुक्तासन, जिसे अंग्रेजी में ‘विंड रिलीज़िंग पोज’ कहा जाता है, एक ऐसी योग मुद्रा है जो शरीर से हवा निकालती है और कई रोगों को ठीक करने में मदद करती है। यह आसन रक्त संचार को बढ़ाता है और मांसपेशियों को आराम देता है, जिससे नस चढ़ने की समस्या में राहत मिलती है।
कैसे करें:
- किसी शांत जगह पर सीधे लेट जाएं।
- गहरी सांस लेते हुए अपने पैरों को 90 डिग्री तक उठाएं।
- सांस छोड़ते हुए, अपने पैरों को मोड़ें और घुटनों को छाती की तरफ लाने का प्रयास करें।
- अब अपने घुटनों को अपनी उंगलियों से पकड़ें और सिर उठाकर माथे को घुटनों से टच करें।
- इस स्थिति में सामान्य सांस लेते रहें।
- फिर, सबसे पहले सिर और फिर पैरों को नीचे लाएं।
- इस योगासन को 2 से 3 बार दोहराएं।
2. त्रिकोणासन
त्रिकोणासन पैरों की मांसपेशियों को मजबूत बनाकर रक्त संचार को बेहतर बनाता है। यह आसन मांसपेशियों पर सकारात्मक प्रभाव डालता है और कूल्हों तथा जांघ की जकड़न को कम कर सकता है।
कैसे करें:
- अपने दोनों पैरों को फैलाकर खड़े हों।
- एक हाथ को ऊपर और दूसरे को नीचे ले जाकर त्रिभुज का आकार बनाएं।
- इस स्थिति में रहें, जिससे आपकी मांसपेशियों को खींचने और मजबूत करने में मदद मिलेगी।
- नियमित रूप से इस आसन का अभ्यास करें ताकि आपकी बॉडी पोस्टर भी सही हो सके।
इन योगासनों के नियमित अभ्यास से आप नस चढ़ने की समस्या से राहत पा सकते हैं और मांसपेशियों को मजबूत बना सकते हैं।