विदेशी मुद्रा कारोबार के लेनदेन के मामले में दो आरोपित गिरफ्तार

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जोधपुर, 9 अगस्त (हि.स.)। कमिश्नरेट की सरदारपुरा थाना पुलिस ने अवैध लेनदेन को लेकर कार्रवाई करते हुए दो आरोपिताें को गिरफ्तार किया है। दोनों विदेशी एप के माध्यम से अवैध तरीके से विदेशी मुद्रा यूएसडीटी का काम करते थे। दोनों आरोपिताें से पुलिस फिलहाल पूछताछ कर रही है। जांच के बाद पूरे मामले का खुलासा हो सकेगा।

एसआई रीना कुमारी ने बताया कि पुलिस कमिश्नर राजेंद्र सिंह के निर्देशानुसार अवैध गतिविधियों को लेकर पुलिस अभियान चला रही है। इसी बीच पुलिस को सूचना मिली कि कुछ युवक अवैध तरीके से विदेशी मुद्रा का लेनदेन करने का काम करते हैं। इस पर उन पर नजर रखी गई। इसी क्रम में पुलिस ने सरदारपुरा थाना क्षेत्र में दो युवकों को पकड़ा। पकड़े गए दोनों युवक कुड़ी भगतासनी निवासी जीतू पुत्र खेताराम भील और विवेक विहार निवासी अनिल कुमार पुत्र विशनाराम वाल्मीकि है। युवक अवैध तरीके से विदेशी मुद्रा यूएसडीटी लेनदेन का काम करते थे। उसके लिए लोगों से केश पैसा लेते थे। बाद में विदेशी एप के जरिए उनके खाते में यूएसडीटी क्रेडिट किए जाते थे। उन्होंने बताया कि भारत में यह मुद्रा बैन है ऐसे में बीएनएस के तहत विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई है। पुलिस पूरे गिरोह की जांच में जुटी हुई है। आरोपित सरदारपुरा चिल्ड्रन पार्क के पास झगड़ा कर रहे थे। इसकी सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों को पकड़ लिया। थाने लाकर पूछताछ करने पर इस पूरे लेनदेन के मामले का खुलासा हुआ।

इस तरह से पकड़े गए

आरोपित गुरुवार शाम को सरदारपुरा थाना क्षेत्र चिल्ड्रन पार्क के पास लेनदेन कर रहे थे। इस पर पुलिस ने संदिग्ध अवस्था में खड़े युवकों को पकड़ा। थाने लाकर पूछताछ में सामने आया किी आरोपित यूएसडीटी का लेनदेन करते थे। गिरफ्तार आरोपित अनिल यूएसडीसी खरीदने के लिए आया था। जबकि जीतराम बिचौलिया था।

लालच में हुआ शामिल

गैंग का मुख्यसरगना रोहित धनवानी है जिसने जीतू को लालच देकर अपने साथ शामिल किया था। इसके बदले में प्रति दिन के हजार रुपये तय किए गए थे। जीतू पहले प्राइवेट जॉब कर महीने के 10 से 15 हजार रुपये कमाता था। विलासिता की जिंदगी जीने की चाह के चलते उसका संपर्क रोहित धनवानी से हुआ। रोहित नहीं उसे बताया कि उसके क्लाइंट से उसे रोज पैसों के कलेक्शन का काम करना है। इसके बदले में उसे प्रतिदिन के हजार रुपये मिलेंगे। रोज के हजार रुपये कमाने के लालच मे जीतू रोहित से जुड़ गया। उसके बाद रोहित के बताए क्लाइंट से रोज पैसों के कलेक्शन का काम करता था जिन्हें बाद में बैंक की पैसे जमा करवाने वाली मशीन से रोहित के अलग-अलग खातों में जमा करवाया था। आरोपित जीतू ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि प्रतिदिन करीब 20 से 25 लाख के कलेक्शन का वह काम करता था। पिछले करीब दो माह में 18 से 20 करोड़ के बीच का लेनदेन आरोपित ने रोहित के खातों में किया है। पुलिस अब मुख्य सरगना रोहित को पकडऩे में जुटी हुई है। पूछताछ में सामने आया की आरोपित नगद में यूएसडीटी खरीदकर आगे बेचते थे। नगद में खरीदी जाने वाली क्रिप्टो करेंसी का ट्रांजैक्शन बी ऑनलाइन ही किया जाता है इसे बेचने के बाद खरीदने वाले के खाते में राशि आ जाती। इस तरह से यह पूरा चैन सिस्टम ब्लैक मनी को वाइट मनी के रूप में कन्वर्ट करता था। इसके लिए 30 प्रशित तक कमीशन भी लिया जाता था।