Tulsi Vivah 2025: क्या आप कर सकते हैं तुलसी जी का कन्यादान? जानिए इससे जुड़े हर सवाल का जवाब
News India Live, Digital Desk: हिंदू धर्म में तुलसी विवाह का दिन बहुत खास और पवित्र माना जाता है। यह वह शुभ दिन होता है जब माँ तुलसी का विवाह भगवान विष्णु के स्वरूप शालिग्राम के साथ पूरे धूमधाम से किया जाता है। इसी दिन से शादी-विवाह जैसे सभी मांगलिक कार्यों की शुरुआत हो जाती है, जो पिछले चार महीनों से रुके हुए थे।
तुलसी विवाह में भी एक आम शादी की तरह हल्दी, मंडप और बारात जैसी सभी रस्में निभाई जाती हैं। इन्हीं रस्मों में से एक सबसे महत्वपूर्ण और भावुक रस्म होती है 'कन्यादान'। कन्यादान को किसी भी विवाह में 'महादान' कहा गया है। यह एक पिता के लिए सबसे बड़ा धर्म होता है। ऐसे में हर किसी के मन में यह सवाल आता है कि जब हम तुलसी जी का विवाह करते हैं, तो उनकी तरफ से कन्यादान करने का अधिकार किसे मिलता है?
कौन कर सकता है तुलसी जी का कन्यादान?
यह एक ऐसा सवाल है जो कई लोगों को उलझन में डाल देता है। शास्त्रों के अनुसार, तुलसी जी का कन्यादान कोई भी व्यक्ति कर सकता है जिसके मन में सच्ची श्रद्धा हो। इसके लिए कुछ खास नियम नहीं बनाए गए हैं, क्योंकि माँ तुलसी तो सबकी हैं।
- जिस घर में बेटी न हो: ऐसे दम्पति जिनके घर में बेटी नहीं है, उनके लिए तुलसी जी का कन्यादान करना सबसे बड़ा सौभाग्य माना जाता है। वे पति-पत्नी मिलकर तुलसी को अपनी बेटी मानकर भगवान शालिग्राम के लिए उनका कन्यादान कर सकते हैं। माना जाता है कि ऐसा करने से उन्हें कन्यादान का पुण्य तो मिलता ही है, साथ ही उनके घर की सूनी गोद भी भर सकती है।
- अकेले व्यक्ति भी कर सकते हैं: अगर कोई पुरुष या महिला अकेले हैं, तो वे भी तुलसी जी को अपनी बेटी मानकर उनका कन्यादान कर सकते हैं। इसके लिए शादीशुदा होना जरूरी नहीं है। बस मन में पवित्र भाव होना चाहिए।
- कोई भी श्रद्धालु: कोई भी व्यक्ति जो तुलसी जी की पूजा-अर्चना करता है और उन्हें अपनी बेटी या बहन मानता है, वह यह रस्म निभा सकता है।
कन्यादान का पुण्य
माना जाता है कि तुलसी विवाह में जो कोई भी तुलसी जी का कन्यादान करता है, उसे जीवन के सभी सुखों की प्राप्ति होती है और उस पर भगवान विष्णु और माँ लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है। यह एक ऐसा पुण्य काम है जिसे करने का मौका हर किसी को अपने जीवन में एक बार ज़रूर अपनाना चाहिए। यह सिर्फ़ एक रस्म नहीं, बल्कि भगवान के प्रति अपने समर्पण और प्रेम को दिखाने का एक सुंदर तरीका है।
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