टीएसपीसी उग्रवादियों ने पांच ग्रामीणों को पीटा,आपसी विवाद में हुई घटना, मामला दर्ज

पलामू, 21 मई (हि.स.)।जिले के नौडीहा बाजार प्रखंड के नक्सल प्रभावित क्षेत्र सैलया खुर्द गांव में सोमवसार की रात तृतीय सम्मेलन प्रस्तुत कमिटी (टीएसपीसी) उग्रवादियों ने पांच ग्रामीणों की पिटाई कर दी। आपसी विवाद को लेकर इस घटना को अंजाम दिया गया। पुलिस मामले में कार्रवाई कर रही है। उग्रवादियों के खिलाफ अभियान तेज किया गया है। इस संबंध में मंगलवार को मामला दर्ज किया गया।

पलामू में प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन टीएसपीसी ने आपसी रंजिश मामले में ग्रामीणों को पीटा है। घटना पलामू जिले के नौडीहा बाजार थाना क्षेत्र के सैलया खुर्द गांव की है। मारपीट मे पांच लोग जख्मी हुए है। जिन्हें इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल मे भर्ती करवाया गया था। इलाज के बाद सभी ग्रामीण अपने घर लौट चुके है। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने इलाके मे सर्च अभियान शुरु किया है। ग्रामीणों ने बताया कि घटना सोमवार की रात करीब नौ बजे की है। टीएसपीसी ग्रामीणों की पिटाई के बाद फरार हो गए।

ग्रामीणों ने बताया कि सैलया खुर्द गांव के रहने वाले जीतेद्र सिंह नामक व्यक्ति हाल ही में उग्रवादी दस्ता में शामिल हुआ है। जख्मी लोगों में लल्लू सिंह और उनके पुत्र श्रीराम सिंह एवं रवि रंजन और भतीजा जीतेन्द्र सिंह एवं गांव के प्रेम शंकर सिंह शामिल हैं। जख्मी लोगों का जीतेन्द्र सिंह के साथ पुराना वाद विवाद रहा है। सभी जख्मी का इलाज छतरपुर पुलिस ने अनुमंडलीय अस्पताल में करवाया।

पुलिस अधीक्षक रीष्मा रमेशन ने बताया कि आपसी वाद विवाद को लेकर पिटाई की गई। जितेंद्र सिंह कुछ दिन पहले ही उग्रवादी संगठन तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति के दस्ते मंे शामिल हुआ है। घटना की जानकारी के बाद नौडीहा बाजार पुलिस ने मौक़े पर पहुंच कर मामले की छानबीन कर रही है। पीड़ित ग्रामीणों के बयान के आधार पर टीएसपीसी के नगीना, गौतम, जीतेन्द्र समेत अन्य उग्रवादियों के खिलाफ नौडीहा बाजार थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई।

एसपी ने पीड़ित पक्ष एवं आसपास के लोगों से बातचीत के अनुसार बताया है कि मतदान करने के कारण पिटाई करने की बात गलत है। सलैया खुर्द के मतदान केंद्र संख्या 279 में 659 मतदाताओं ने मतदान किया है जिसका 68.02 प्रतिशत है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर मतदान का मामला रहता तो केवल एक ही परिवार को क्यों निशाना बनाया जाता। इस क्षेत्र में माओवादियों का दस्ता भ्रमणशील नहीं है और ना ही किसी भी नक्सली संगठन द्वारा उक्त क्षेत्र में मतदान बहिष्कार करने हेतु ग्रामीणों को कहा गया था और ना ही पोस्टरबाजी की गई थी। महिलाओं के साथ मारपीट करने की भी बात गलत है, क्योंकि जितने भी जख्मी लोग हैं सारे पुरुष सदस्य हैं। इस संबंध में कांड संख्या 26/2024 धारा 147, 148, 149, 341, 323, 325, 307 भादवि एवं 17 सीएलए एक्ट के अंतर्गत कांड दर्ज कर अनुसंधान किया जा रहा है।