जनजातीय समुदाय देश के प्राचीन रहवासी, इनके बिना मानव सभ्यता की कल्पना संभव नहीं: शुक्ल

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भोपाल, 09 अगस्त (हि.स.)। उप-मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि जनजातीय समुदाय देश के प्राचीन रहवासी हैं। मानव सभ्यता की कल्पना इनके बिना संभव नहीं है। मुगलों और अंग्रेजों के विरूद्ध जनजातीय समुदाय के लोगों का संघर्ष और योगदान अविस्मरणीय है। अदम्य साहस व देश प्रेम की भावना के कारण ही बिरसा मुंडा भगवान कहे जाने लगे। भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा के बिना रीवा का विकास अधूरा है। उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि रीवा के एग्रीकल्चर कॉलेज तिराहे में भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा स्थापित की जाएगी।

उप-मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर शुक्रवार शाम को रीवा के कृष्णा राजकपूर ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जनजातीय समाज के छात्र-छात्राओं के लिए रीवा में छात्रावास की सुविधाओं में विस्तार किया जाएगा।

शुक्ल ने कहा कि जनजातीय समाज द्वारा प्रस्तुत लोकनृत्यों में सांस्कृतिक चेतना का प्रकटीकरण दिखता है। जल, जंगल, जमीन, स्वास्थ्य एवं शिक्षा के लिए जनजातीय भाईयों के हित में शासन स्तर से अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैं। धरती पर आदिकाल से रहने वाले भाईयों को पट्टा देकर उस जमीन पर प्रधानमंत्री आवास दिलाने का कार्य भी प्राथमिकता से किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य के क्षेत्र में नवीन योजना लागू की गई है जिसमें गर्भवती महिलाओं को प्राइवेट सोनाग्राफी सेंटर में भी जाँच कराने की नि:शुल्क सुविधा उपलब्ध होगी। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि रीवा में कोल भवन के निर्माण के साथ ही त्योंथर में कोलगढ़ी के पुनरूद्धार का कार्य प्रगति पर है। जनजातीय समुदाय के विकास के लिए सभी मांगों को प्राथमिकता से पूरा कराया जाएगा।

ब्योहारी विधायक शरद कोल ने विंध्य शहीद स्वतंत्रता संग्राम पार्क निर्माण कराए जाने की बात कही, ताकि आने वाली पीढ़ी पूर्वजों के बलिदान को जान सके। पूर्व विधायक रामलाल रौतेल ने रीवा जिले में कोल समाज के विकास के लिए किए जा रहे कार्यों के लिए उप-मुख्यमंत्री को साधुवाद दिया। जनजातीय समुदाय की बालिकाओं द्वारा मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी गईं। इस दौरान अध्यक्ष नगर निगम व्यंकटेश पाण्डेय, बीएल वर्मा, मंगल मानव, तुलसीदास कोल, डॉ. मनोज वर्मा, सरोज कोल सहित बड़ी संख्या में जनजातीय समाज के लोग उपस्थित रहे।