पंजाब के बठिंडा में दर्दनाक बस हादसा: 8 की मौत, 18 घायल

Punjab Bus Accident

पंजाब के बठिंडा जिले में शुक्रवार को एक बड़ा सड़क हादसा हुआ, जिसमें एक प्राइवेट बस पुल से फिसलकर नाले में गिर गई। इस दर्दनाक घटना में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई, जिसमें एक दो साल की बच्ची भी शामिल है। हादसे में 18 अन्य लोग घायल हुए हैं।

दुर्घटना का विवरण

यह घटना उस समय हुई जब 50 यात्रियों से भरी बस सरदूलगढ़ से बठिंडा जा रही थी। बस जैसे ही जीवन सिंह वाला गांव के पास पहुंची, चालक ने तेज रफ्तार के कारण नियंत्रण खो दिया। इसके बाद बस पुल से फिसलकर नाले में जा गिरी।

जिला प्रशासन का बयान

बठिंडा के डिप्टी कमिश्नर (DC) शौकत अहमद पर्रे ने जानकारी दी कि घटना में आठ लोगों की जान गई है। उन्होंने बताया:

  • मृतकों की स्थिति: पांच लोगों की मौत तलवंडी अस्पताल में हुई, जबकि तीन अन्य ने सिविल अस्पताल, बठिंडा में दम तोड़ा।
  • पहचान प्रक्रिया: आठ मृतकों में से पांच की पहचान हो चुकी है, जबकि तीन की पहचान अब भी की जा रही है।

घटना के बाद राहत और बचाव कार्य

दुर्घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य में जुट गए। पुलिस और जिला प्रशासन ने भी रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। घायल यात्रियों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया।

मौसम की भूमिका

अधिकारियों के अनुसार, घटना के समय इलाके में मौसम खराब था, जो हादसे का एक बड़ा कारण हो सकता है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल का दुख व्यक्त

इस दुर्घटना पर पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने सभी पीड़ितों के लिए मुआवजे की मांग की।

  • उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “बठिंडा जिले के जीवन सिंह वाला गांव में भीषण त्रासदी। मैं उन परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करती हूं, जिन्होंने इस बस दुर्घटना में अपने प्रियजनों को खो दिया।”
  • उन्होंने आगे कहा, “18 घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं। आप सरकार को सभी पीड़ितों के लिए तुरंत मुआवजे की घोषणा करनी चाहिए।”

स्थानीय लोगों की सराहनीय भूमिका

दुर्घटना के बाद स्थानीय लोगों ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया। उन्होंने बस में फंसे लोगों को निकालने में मदद की और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। यह उनकी तत्परता का ही नतीजा था कि कई लोगों की जान बचाई जा सकी।

सरकार और प्रशासन की जिम्मेदारी

घटनास्थल पर जिला प्रशासन की टीम तुरंत पहुंची। उन्होंने बचाव अभियान को नेतृत्व प्रदान किया और यह सुनिश्चित किया कि घायलों को समय पर इलाज मिले। साथ ही, पीड़ितों के परिवारों को आवश्यक सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया।

समाज और सरकार से अपेक्षाएं

ऐसी घटनाएं हमारे लिए एक सबक हैं कि सड़कों और पुलों की हालत में सुधार लाना और यातायात नियमों का कड़ाई से पालन करना बेहद जरूरी है। साथ ही, पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने और उन्हें उचित मुआवजा प्रदान करने की जिम्मेदारी सरकार की है।