जोधपुर, 19 अक्टूबर (हि.स.)। राजस्थान इंटरनेशनल फोक फेस्टिवल (जोधपुर रिफ) के 17वें संस्करण के चौथे दिन शनिवार को भी विभिन्न कार्यक्रम आयोजित हुए। शनिवार अलसुबह अफ्रीकन गिटारिस्ट की धुनों पर श्रोताओं ने दिन की संगीतमय शुरुआत की। गिटारिस्ट लुइस व मेलांज ने अफ्रीकन सनराइज की धुनों को बजाया व अफ्रीकन इंस्टूमेंट कोरा की धुनों से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
जोधपुर रिफ महोत्सव के निदेशक दिव्य भाटिया ने बताया कि अल सुबह चार बजे ही जसवंतथड़ा पर श्रोताओं की भीड़ जुट गई थी। रिफ डॉन देखने के लिए देसी विदेशी मेहमान हल्के अंधेरे में जसवंतथड़ा के चबूतरे पर सफेद गद्दों पर बैठ कर अफ्रीकन संगीत के साथ सूर्य की पहली किरण का स्वागत करते नजर आए। इस पल को लोग अपने मोबाइल में भी कैद करते दिखे। इस कार्यक्रम के बाद सैलानियों ने गाइड के साथ राव जोधा पार्क का अवलोकन किया। सफेद संगमरमर से बने स्मारक जसवंतथड़ा व उसके पास वॉटर बॉडी में पक्षियों को निहारते व हेरिटेज को कैमरे में कैद कर सैलानी प्रकृति का लुत्फ उठाते नजर आए।
कथक विद् तरणी त्रिपाठी
सुबह 9.30 बजे कत्थक कलाकार तरनी त्रिपाठी ने बूट कैंप के दौरान चौखेलाव महल में सैलानियों को कत्थक के स्टैप्स सिखाएं। फॉर्मर एथलिट, फंग्शनल ट्रेनर एंड अवॉर्ड विनिंग थर्ड जनरेशन क्सालिकल डांसर कत्थक के बीच ही पैदा हुई। तरणी ने अपनी मां गौरी शर्मा त्रिपाठी व ग्रैंड मदर व पदमा शर्मा से कथक सीखा। बूट कैंप में हिस्सा लेने वालों को तरणी ने हाथों के मूवमेंट व पांव के मूवमेंट की जानकारी दी।
इन रेजिडेंस में पावाकथकली
चौखेलाव बाग में 11 बजे पावाकथकली का आयोजन किया गया। केरल के आर्टिस्ट गुरुजी वेनु के निर्देशन में माइथोलोजी स्टोरीज के साथ पपेट्री शो किया। सैलानियों ने पावाकथकली की बारिकियों को जाना। दोपहर 3 बजे चौखेलाव महल में फिल्म सक्रिनिंग का आयोजन हुआ।