‘3 दोस्तों की मौत का लिया बदला’; 5 दिन में दूसरा आतंकी हमला, 5 जवान शहीद, कठुआ में किसने की कायराना हरकत?

जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में सेना के ट्रक पर हमला कर आतंकी हमले को अंजाम दिया गया. पिछले 5 दिनों में सेना के जवानों पर यह दूसरा हमला है. दोनों हमलों में 5 जवान शहीद हो गए और 6 घायल हो गए. 8 जुलाई को कठुआ जिले के मछेड़ी गांव में सर्च मिशन पर निकले जवानों पर घात लगाकर हमला किया गया था. हथगोले फेंके गए और स्नाइपर फायर शुरू हो गए. 

इस आतंकी हमले में अब तक 5 जवानों की जान चली गई है और 5 जवान गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. एक दिन पहले राजौरी जिले के मंजाकोट में आतंकियों ने सेना के कैंप पर हमला कर दिया था. हमले में एक जवान घायल हो गया. कठुआ आतंकी हमले में घायल जवानों को सबसे पहले कठुआ के बिलावर सामुदायिक केंद्र में प्राथमिक उपचार दिया गया. इसके बाद उन्हें एयरलिफ्ट कर पठानकोट के आर्मी हॉस्पिटल ले जाया गया। शहीद जवानों के पार्थिव शरीर को उनके घर भेजने की व्यवस्था की जा रही है. 

इस संगठन ने ली जिम्मेदारी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कठुआ में सेना की गाड़ी पर हुए हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन कश्मीर टाइगर्स ने ली है. यह संगठन जैश-ए-मोहम्मद से संबंधित और समर्थित है। हमले की जिम्मेदारी लेने वाले एक आतंकी संगठन ने सेना के अधिकारियों को एक पोस्टर सौंपा है. जिसमें लिखा है कि हमने भारतीय सेना के जवानों पर हमला किया है. हमने 5 जवानों को मारकर अपने 3 साथियों की मौत का बदला लिया है।’ अभी तो शुरुआत है, कश्मीर मिलने तक ये लड़ाई जारी रहेगी. 

पैरा कमांडो का सर्च ऑपरेशन
खुफिया सूत्रों के मुताबिक, कठुआ में 2 से 3 आतंकियों ने सेना की गाड़ी पर हमला किया. जिसकी तलाश अब पैरा कमांडो कर रहे हैं. उन्हें कठुआ के मछिंदी मल्हार इलाके में तैनात किया गया है. जो पूरे कठुआ में सर्च ऑपरेशन चलाएगी. सेना के जवान माचड़ी इलाके के बदनोटा गांव में सर्चिंग कर रहे थे, तभी अचानक फायरिंग शुरू हो गई. हथगोले फेंके गए और जवानों को अपनी रक्षा करने का कोई मौका नहीं मिला। हमले में एक जूनियर कमीशंड ऑफिसर (जेसीओ) समेत 5 जवान शहीद हो गए।