Tomato Prices: टमाटर के दाम सुनकर लाल हो गए चेहरे, बारिश के कारण 80 रुपये किलो तक पहुंचे दाम

Fresh tomatoes on display at the newly opened Lidl Ltd. supermarket in Riga, Latvia, on Thursday, June 15, 2023. Lidl has attracted cost-conscious shoppers squeezed by faster inflation. Photographer: Andrey Rudakov/Bloomberg

टमाटर के दाम : एक तरफ जहां देशभर में मॉनसून के साथ हुई भारी बारिश ने लोगों को भीषण गर्मी से राहत दी है, वहीं दूसरी तरफ सब्जियों के दाम बढ़ गए हैं, जिसका असर लोगों की जेब पर पड़ रहा है. खासकर किचन को लेकर लोगों के खर्चे बढ़ने वाले हैं। आलू और प्याज के बाद रसोई में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाले टमाटर की कीमतें पिछले कुछ दिनों में आसमान छू रही हैं.

टमाटर के दाम 80 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए

ईटी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले कुछ दिनों में टमाटर की खुदरा कीमतें तेजी से बढ़ी हैं और अब 80 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, बारिश के कारण टमाटर की आपूर्ति बाधित हो गई है, जिसके कारण कुछ खुदरा बाजारों में टमाटर 80 रुपये प्रति किलो बिकने लगा है.

आधिकारिक आंकड़ों में टमाटर की कीमतें

हालांकि, आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, टमाटर की कीमतों में इतनी बढ़ोतरी नहीं हुई है. उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, 3 जुलाई को टमाटर का दैनिक औसत खुदरा मूल्य 55 रुपये प्रति किलोग्राम था, जो एक महीने पहले 35 रुपये प्रति किलोग्राम था.

इसके चलते टमाटर की कीमत बढ़ गई है

टमाटर की कीमतों में अचानक आई तेजी के लिए भारी बारिश को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. मॉनसून की दस्तक के बाद पिछले कई दिनों से देशभर में भारी बारिश हो रही है. इसके चलते हिमाचल प्रदेश में कई सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं. खराब सड़क नेटवर्क के कारण हिमाचल प्रदेश से कई खुदरा बाजारों में टमाटर की आपूर्ति बंद हो गई है, जिसके कारण कीमतें बढ़ रही हैं।

भारी बारिश से टमाटर की फसल को भी नुकसान हो सकता है

हिमाचल प्रदेश भारत के प्रमुख टमाटर उत्पादक राज्यों में से एक है। भारतीय मौसम विभाग का अनुमान है कि हिमाचल प्रदेश में 7 जुलाई तक भारी बारिश हो सकती है. मौसम विभाग ने पहाड़ी राज्य में भारी बारिश के कारण भूस्खलन की संभावना की भी चेतावनी दी है, जिसका सीधा असर सड़क नेटवर्क और यातायात पर पड़ सकता है। इसके साथ ही भारी बारिश से टमाटर की फसल को भी नुकसान हो सकता है. इसका मतलब है कि आने वाले दिनों में टमाटर की कीमतों में और बढ़ोतरी की संभावना है.

पिछले साल इसकी कीमत इतनी बढ़ गई थी

आमतौर पर हर साल बरसात के मौसम में टमाटर की कीमतें बढ़ जाती हैं। पिछले साल हालात और खराब हो गए थे और टमाटर की कीमत 350 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई थी. इसके बाद सरकार ने सहकारी एजेंसियों की मदद से कई शहरों में रियायती दरों पर टमाटर बेचना शुरू किया.