आज 23 जनवरी 2025, दिन गुरुवार है। माघ महीने के कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि शाम 05:38 बजे तक रहेगी, इसके बाद दशमी तिथि शुरू होगी। इस दिन चंद्रमा कन्या राशि में गोचर करेंगे और विशाखा नक्षत्र रहेगा। साथ ही, दिनभर गांदा योग का प्रभाव रहेगा।
गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा विशेष रूप से शुभ मानी जाती है। पीली चीजों का दान करने से भाग्य में वृद्धि होती है और शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
23 जनवरी 2025 का पंचांग और शुभ मुहूर्त
पंचांग विवरण | समय |
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नवमी तिथि समाप्त | शाम 05:38 बजे |
विशाखा नक्षत्र समाप्त | सुबह 05:08 बजे (24 जनवरी) |
गांदा योग समाप्त | सुबह 05:08 बजे (24 जनवरी) |
सूर्योदय | सुबह 07:13 बजे |
सूर्यास्त | शाम 05:52 बजे |
दिन के महत्वपूर्ण मुहूर्त
मुहूर्त | समय |
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अमृत काल | सुबह 06:06 बजे से 07:42 बजे तक |
गोधूलि मुहूर्त | शाम 06:23 बजे से 07:25 बजे तक |
विजय मुहूर्त | दोपहर 02:23 बजे से 03:25 बजे तक |
निशीथ मुहूर्त | रात 11:41 बजे से 12:20 बजे तक |
ब्रह्म मुहूर्त | सुबह 04:03 बजे से 05:08 बजे तक |
राहुकाल (अशुभ समय)
गुरुवार को राहुकाल के समय कोई भी शुभ कार्य करने से बचना चाहिए।
शहर का नाम | राहुकाल का समय |
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दिल्ली | दोपहर 01:53 बजे से 03:12 बजे तक |
मुंबई | दोपहर 02:14 बजे से 03:38 बजे तक |
चंडीगढ़ | दोपहर 01:53 बजे से 03:12 बजे तक |
लखनऊ | दोपहर 01:39 बजे से 02:59 बजे तक |
भोपाल | दोपहर 01:54 बजे से 03:16 बजे तक |
कोलकाता | दोपहर 01:11 बजे से 02:33 बजे तक |
अहमदाबाद | दोपहर 02:13 बजे से 03:36 बजे तक |
चेन्नई | दोपहर 01:47 बजे से 03:13 बजे तक |
हिंदू पंचांग का महत्व
हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग भी कहा जाता है। यह समय और काल की सटीक गणना में मदद करता है।
पंचांग मुख्य रूप से पांच अंगों से मिलकर बना होता है:
- तिथि
- वार
- नक्षत्र
- योग
- करण
इसके जरिए शुभ मुहूर्त, राहुकाल, सूर्योदय-सूर्यास्त, तिथियों और ग्रह-नक्षत्र की स्थिति के बारे में जानकारी मिलती है।
गुरुवार की विशेष पूजा और दान
गुरुवार को भगवान विष्णु की पूजा करने और पीले वस्त्र, चने की दाल, या पीली मिठाई का दान करने से शुभ फल प्राप्त होते हैं। यह दिन आध्यात्मिक उन्नति और सकारात्मक ऊर्जा के लिए उत्तम माना जाता है।