सीएए के तहत अब तक सिर्फ एक व्यक्ति का आवेदन- मुख्यमंत्री

चराईदेव (असम), 08 अप्रैल (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने कहा है कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर बेवजह राजनीति करने की कोशिशें की जा रही है। जहां आंदोलन करने वाले कह रहे थे कि सीएए लागू होने से ट्रक में भर-भर कर लाखों की संख्या में विदेशी असम में आ जाएंगे और असम में असमिया अल्पसंख्यक हो जाएंगे, लेकिन ऐसा कुछ हुआ नहीं। सीएए के लागू हुए कई सप्ताह बीत जाने के बाद भी अब तक एक आवेदन से ज्यादा इस कानून के तहत नहीं आया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोग इसको लेकर मुद्दा बनाने की कोशिश कर रहे हैं, जिसका कोई प्रभाव पड़ने वाला नहीं है। मुख्यमंत्री आज चराईदेव में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि चराईदेव जिले में अनेक बंगाली भाषी लोग रहते हैं, लेकिन इस जिले में अब तक किसी ने सीएए के तहत नागरिकता के लिए आवेदन नहीं किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मुद्दे को चुनाव के मौके पर तूल देने की कोशिशें की जा रही है।

उल्लेखनीय है कि सीएए विरोधी मंच का नेतृत्व कर रहे पत्रकार डॉ. हिरेन गोहाईं इसको लेकर लगातार बयानवाजी कर रहे हैं। सीएए विरोधी मंच का गठन करके राजनीति करने की कोशिशें की जा रही है।

इसी बीच मंगलवार को उच्चतम् न्यायालय में सीएए पर सुनवाई होना है। देखना यह है कि उच्चतम् न्यायालय इस पर क्या रुख हथियार करता है।

उल्लेखनीय है कि नागरिकता संशोधन कानून संसद से पास होने के बाद असम में कई चुनाव हो चुके है जिसमें सत्तारूढ़ भाजपा को भारी सफलता मिलती रही है। यहां तक कि इसके सहयोगी दल असम गण परिषद ने इस कानून के पास होने के बाद भाजपा के साथ गठबंधन तोड़ दिया था। लेकिन, कुछ ही दिन बाद हुए चुनाव में पार्टी धराशाई हो गई। जबकि, भाजपा को पहले से भी अधिक सीटें मिली। इसके बाद फिर से अगप भाजपा के साथ शामिल हो गई। असम की जनता पर इसका कोई असर होते अब तक नहीं देखा गया है।