जयपुर, 9 जुलाई (हि.स.)। प्रदेश में बारिश का दौर लगातार जारी है। मंगलवार को प्रदेश के करीब एक दर्जन शहरों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। सबसे ज्यादा बारिश राजसमंद के देलवाड़ा में 72 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा दौसा के भांडारेज में 55 और बाड़मेर के गड़रा रोड पर 50 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। जयपुर में सुबह हल्की बारिश दर्ज की गई। मानसून ट्रफ लाइन दक्षिणी राजस्थान से होकर गुजर रही है। इसके प्रभाव से 10 जुलाई को दक्षिणी व पूर्वी राजस्थान के कुछ भागों में मेघगर्जन के साथ बारिश की गतिविधियां होने तथा कहीं-कहीं भारी वर्षा होने की सम्भावना है।
मौसम विभाग के अनुसार भीलवाड़ा, चित्तौडगढ़, डबोक, बाड़मेर, दौसा, जोधपुर, जालौर , सिरोही, माउंट आबू , राजसमंद सहित अन्य स्थानों पर बारिश दर्ज की गई। 41 डिग्री के साथ जैसलमेर का दिन और 33.2 डिग्री के साथ फलौदी की रात सबसे गर्म रही। फलौदी और बीकानेर का भी दिन का पारा 40 पार दर्ज किया गया।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि 11 जुलाई को मानसून ट्रफ लाइन के हिमालय की और शिफ्ट होने से भारी बारिश की गतिविधियों में कमी होने की संभावना है। इस दौरान भरतपुर संभाग में कहीं-कहीं भारी बारिश व शेष भागों में कहीं-कहीं हल्के से मध्यम बारिश होने की संभावना है। 12-13 जुलाई के दौरान केवल छुटपुट स्थानों पर मेघगर्जन के साथ हल्की मध्यम बारिश होने व अधिकांश भागों में मौसम मुख्यतः शुष्क रहने की संभावना है। सोमवार को राज्य में कुछ स्थानों पर मेघगर्जन के साथ हल्के से मध्यम वर्षा तथा जयपुर व सवाईमाधोपुर जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा दर्ज की गई है।
जयपुर में हल्की बारिश, पारे में गिरावट
जयपुर में सुबह हल्की बारिश दर्ज की गई। इससे दिन और रात के पारे में मामूली गिरावट दर्ज की गई। जयपुर में दिनभर हल्के से मध्यम बादल छाए रहे। जयपुर का अधिकतम तापमान 34 और न्यूनतम तापमान 25.7 डिग्री दर्ज किया गया। जयपुर में सोमवार को एक इंच से बारिश दर्ज की गई। आगामी एक-दो दिन और जयपुर में बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेगी। इसके बाद बारिश की गतिविधियों में कमी आने की संभावना है।
14 बांधों में आया पानी, भरने की कगार
लगातार हो रही बारिश से राजस्थान के बांधों में भी पानी आने लगा है। मानसून आने के बाद से अब तक 14 बांध भरे हैं या भरने के नजदीक पहुंच चुके हैं। इससे पहले 24 जून तक राजस्थान में 4 ही बांध भरे थे, जिनमें 90 फीसदी से ज्यादा पानी था। अब इन बांधों की संख्या बढ़कर 18 हो गई है। वहीं, 256 बांध वर्तमान में ऐसे है, जिनमें आंशिक तौर पर पानी आ चुका है। मानसून आने से पहले तक 24 जून तक इन बांधों की संख्या 161 थी। वहीं, बिल्कुल सूखे बांधों की संख्या मानसून से पहले 526 थी, जो अब कम होकर 419 रह गई।