सरकारी पोर्टल में पीपीपी से छेड़छाड़, तीन सरकारी कर्मचारी गिरफ्तार

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झज्जर, 30 नवंबर (हि.स.)। जिला पुलिस ने परिवार पहचान पत्र बनाने वाले सरकारी पोर्टल में परिवार पहचान पत्रों के साथ छेड़छाड़ करने के आरोप में अतिरिक्त जिला उपायुक्त कार्यालय झज्जर के तीन कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है।

यही कर्मचारी जिले में परिवार पहचान पत्र संबंधी कामकाज निपटाते थे। हैरानी की बात यह है की धोखाधड़ी करने वाले इन्हीं कर्मचारियों के सरगना एक मुख्य कर्मचारी ने करीब 20 दिन पहले पुलिस को सरकारी पोर्टल में छेड़छाड़ करने की शिकायत की थी।

साइबर थाना झज्जर की पुलिस द्वारा लोगों के परिवार पहचान पत्रों के साथ छेड़छाड़ करने के आरोप में पकड़े गए तीनों कर्मचारी एडीसी कार्यालय झज्जर के नागरिक संसाधन सूचना विभाग में कार्यरत हैं।

धोखाधड़ी करने वालों का सरगना योगेश एडीसी कार्यालय में परिवार पहचान पत्र संबंधी कामकाज निपटाने वाली टीम का प्रमुख है। लंबे समय तक परिवार पहचान पत्र पोर्टल में लोगों के परिवार पहचान पत्रों के साथ छेड़खानी करने के बाद जब उसे यह आभास हुआ के उसकी हेरा फेरी के बारे में दूसरों को पता लग गया है, तो उसने पुलिस में शिकायत देकर मामले में कार्यवाही करने का निवेदन किया।

इस पर जिला पुलिस ने मामले को साइबर प्रकोष्ठ को सौंप दिया।

साइबर प्रकोष्ठ ने गहन छानबीन की। साइबर थाने की पुलिस टीम को तकनीकी साक्षी मिले तो योगेश पर संदेह हुआ और काफी पुख्ता जानकारी के बाद उसे हिरासत में ले लिया।

पुलिस द्वारा पूछताछ से योगेश टूट गया और जल्द ही उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। उसने अपने साथ इस गोरख धंधे में लगे विभाग के जोनल हेड अमित कुमार और ऑपरेटर विकास का नाम भी उगल दिया। जिस पर पुलिस ने इन दोनों को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने इन तीनों के कब्जे से पांच मोबाइल फोन भी बरामद कर लिए। सहायक पुलिस उपायुक्त धर्मवीर ने बताया कि इन्हीं मोबाइल फोन में धोखाधड़ी से संबंधित कई तरह के साक्ष्य मिलेंगे।

तीनों को गिरफ्तार कर पुलिस ने झज्जर न्यायालय में पेश किया। अदालत ने पर्याप्त पूछताछ के लिए तीनों को पुलिस को सौंप दिया।