हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व है। हर माह दो एकादशियां आती हैं, एक कृष्ण पक्ष में और दूसरी शुक्ल पक्ष में। जबकि एकादशी व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। इससे जीवन में समृद्धि आती है।
अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार साल में एक महीना ऐसा होता है जिसमें तीन बार प्रदोष व्रत और तीन बार एकादशी व्रत किया जाता है। यह स्थिति अधिकतर 31 दिन वाले महीनों में होती है। हिंदी पंचांग के अनुसार हर माह में दो ही प्रदोष और दो ही एकादशियां होती हैं। इस प्रकार एक वर्ष में कुल 24 प्रदोष और 24 एकादशियाँ व्रत रखे जाते हैं।
अधिक मास में प्रदोष और एकादशियों व्रतों की संख्या 24 से बढ़कर 26 हो जाती है। अब अगले जुलाई में तीन एकादशियां आ रही हैं। अगस्त में जब तीन प्रदोष व्रत आएंगे।
प्रदोष और एकादशी तिथि
एकादशी लक्ष्मी, विष्णु और प्रदोष भोलेनाथ की पूजा का दिन है। इस साल
- योगिनी एकादशी 2 जुलाई
- देवशयनी एकादशी 17 जुलाई
- कामिका एकाद शि 31 जुलाई ई
जिनमें से पहली दो एकादशियां हिंदी माह आषाढ़ में और आखिरी श्रावण माह में होंगी। इसी तरह पिछले साल 2023 में 1 जुलाई, 15 जुलाई और 30 जुलाई को प्रदोष था। इस वर्ष प्रदोष 1 अगस्त, 17 अगस्त और 31 अगस्त को पड़ेगा।
त्रिवेणी संगम में स्नान
अगर आप ऋषिकेश में हैं या इन खास मौकों पर आने की योजना बना रहे हैं तो तीन पवित्र नदियों के संगम स्थल प्रसिद्ध त्रिवेणी घाट पर पूजा के बाद स्नान और दान जरूर करना चाहिए। ऐसा करने से एकादशी का फल दोगुना हो जाता है।