गुजरात पुलिस ने प्रयागराज में महाकुंभ मेले के दौरान स्नान कर रही महिलाओं के वीडियो बनाकर उन्हें डार्क वेब पर बेचने के आरोप में तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी महाराष्ट्र के सांगली, लातूर और प्रयागराज से की गई है।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान प्राज पाटिल (सांगली), प्रज्वल तेली (लातूर) और चंद्रप्रकाश फूलचंद (प्रयागराज) के रूप में हुई है। जांच में यह भी सामने आया कि इस गंदे कारोबार में विदेशी हैकरों का भी हाथ है।
कैसे हुआ सनसनीखेज खुलासा?
गुजरात पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि प्रयागराज में महाकुंभ मेले के दौरान महिलाओं के अर्धनग्न वीडियो बनाए जा रहे हैं और उन्हें डार्क वेब पर अपलोड करके बेचा जा रहा है। जब पुलिस ने इस मामले की गहराई से जांच की तो लातूर जिले के प्रणव तेली नामक आरोपी की भूमिका उजागर हुई।
प्रणव तेली के बारे में पता चला कि वह विदेशी हैकरों से जुड़ा था और रोमानिया व अटलांटा के साइबर अपराधियों के साथ मिलकर अस्पतालों, मॉल्स और सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं के वीडियो बनाकर डार्क वेब पर अपलोड कर रहा था।
कैसे काम करता था यह गिरोह?
- आरोपी टेलीग्राम पर अलग-अलग फर्जी अकाउंट बनाते थे।
- कुछ अकाउंट की सदस्यता के लिए ₹2,000 से ₹4,000 तक की फीस वसूली जाती थी।
- महाकुंभ मेले में स्नान कर रही महिलाओं के गुप्त वीडियो रिकॉर्ड किए जाते थे।
- इन्हें डार्क वेब और प्राइवेट टेलीग्राम ग्रुप्स में बेचा जाता था।
- गुजरात और महाराष्ट्र के अस्पतालों और मॉल्स में भी महिलाओं के वीडियो रिकॉर्ड कर बेचे गए।
- इस नेटवर्क से विदेश से पैसों का लेन-देन भी जुड़ा हुआ था।
लातूर के आरोपी के खाते में विदेश से आए पैसे
गुजरात पुलिस की साइबर सेल ने लातूर स्थित आरोपी के बैंक खाते की जांच की तो पाया कि इसमें विदेश से भारी मात्रा में पैसा आया है। इससे साफ हो गया कि यह रैकेट अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काम कर रहा था।
कितनी FIR दर्ज हुईं?
अब तक गुजरात और प्रयागराज में दो FIR दर्ज की गई हैं।
इसके अलावा कुल 13 FIR अलग-अलग जगहों पर दर्ज होने की जानकारी सामने आई है।
पुलिस की आगे की कार्रवाई
गुजरात पुलिस इस पूरे नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है।
साइबर अपराधियों से जुड़े अन्य संदिग्धों की भी तलाश जारी है।
संभावना है कि इस मामले में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।