आधार कार्ड की वैधता : आधार कार्ड हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है। यह एक विशिष्ट पहचान दस्तावेज है, जो न केवल पहचान के रूप में कार्य करता है, बल्कि बैंकिंग, मोबाइल सिम, सरकारी योजनाओं और कर दाखिल करने जैसी सेवाओं में भी आवश्यक है। लेकिन अक्सर लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि क्या आधार कार्ड की कोई वैधता है या नहीं? क्या कुछ वर्षों के बाद यह अमान्य हो सकता है? इसके बारे में कई अफवाहें फैल रही हैं, लेकिन आइए जानें कि सच्चाई क्या है।
यूआईडीएआई यानी भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण ने स्पष्ट किया है कि आधार कार्ड की कोई समाप्ति तिथि नहीं है। यह आजीवन वैध रहता है और इसे समय-समय पर अद्यतन करने की आवश्यकता नहीं होती। हालांकि, कुछ निश्चित आयु के बच्चों का आधार कार्ड अपडेट करना अनिवार्य है।
आधार कार्ड कब अमान्य हो सकता है?
आधार कार्ड आमतौर पर अमान्य नहीं किया जाता है, लेकिन एक स्थिति ऐसी भी है जब इसे अमान्य किया जा सकता है। 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए आधार कार्ड बनाते समय, इसे 5 वर्ष की आयु में अपडेट करना अनिवार्य है। फिर 15 वर्ष की आयु में पुनः अपडेट करना आवश्यक है। यदि यह प्रक्रिया पूरी नहीं की जाती है तो बच्चों का आधार कार्ड अमान्य माना जाता है। यह अपडेट बच्चों के फिंगरप्रिंट, आईरिस स्कैन और फोटो में बदलाव करता है ताकि भविष्य में उनकी पहचान स्पष्ट रहे।
कार्ड को अपडेट करना क्यों आवश्यक है?
यूआईडीएआई ने स्पष्ट किया है कि यदि कोई व्यक्ति 10 साल बाद भी अपना आधार कार्ड अपडेट नहीं कराता है तो भी वह वैध रहेगा। हालाँकि, भविष्य में किसी भी असुविधा से बचने के लिए इसे अपडेट करना उचित है। आधार अपडेट करने के लिए किसी भी आधार सेवा केंद्र पर जाकर प्रक्रिया पूरी की जा सकती है।
बच्चों के आधार को अपडेट करने की प्रक्रिया निःशुल्क है। सरकार ने बच्चों के लिए आधार अपडेट पूरी तरह मुफ्त कर दिया है। 5 वर्ष और 15 वर्ष की आयु में आधार अपडेट कराने पर कोई शुल्क नहीं लिया जाता है। वयस्कों के लिए आधार अपडेट के लिए मामूली शुल्क देना होगा, जो नाम, जन्मतिथि, पता, मोबाइल नंबर या बायोमेट्रिक्स अपडेट करने पर निर्भर करता है।